उत्तर कोरिया ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वो किसी से डरने वाला नहीं है. महाशक्ति अमेरिका की कई चेतावनी के बाद भी उत्तर कोरिया की ओर से दो क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया गया है. उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल परीक्षण के इस कदम को अमेरिका के लिए ललकार की तरह माना जा रहा है. उत्तर कोरिया ने खुद कहा है कि उसने सबमरीन से दो क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया है. उत्तर कोरिया की ओर से यह मिसाइलें दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच आज से शुरू होने जा रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास से ठीक पहले दागी गई हैं।
किम जोंग उन की सरकार ने कहा है कि उसने रविवार को प्रायद्वीप के पूर्व में अपनी एक सबमरीन से दो क्रूज मिसाइलों को दागा, जो टारगेट को भेदने से पहले करीब 1500 किलोमीटर तक फिगर-8 के रास्तों पर उड़ान भरी. वहीं, कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने सोमवार को कहा कि तथाकथित अंडरवाटर लॉन्चिंग ड्रिल ने संयुक्त अभ्यास से पहले परमाणु युद्ध निवारण की संचालन की पुष्टि करता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया की ओर से जिन दो क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया गया है उनकी क्षमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसकी जद में दक्षिण कोरिया और जापान में अमेरिकी ठिकाने भी आ गए हैं. यूएन की ओर से पांबदियों के बाद भी उत्तर कोरिया एक के बाद एक मिसाइल परीक्षण करता जा रहा है. बीच में अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि अगर उत्तर कोरिया की ओर से कोई परीक्षण किया जाएगा तो वो उसे सफल नहीं होने देगा और मिसाइल को हवा में ही ध्वस्त कर देगा।
दक्षिण कोरिया ने कैप्चर किया मिसाइल परीक्षण
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने क्रूज मिसाइलों के परीक्षण की पुष्टि करते हुए कहा कि सोमवार को उसने अज्ञात मिसाइल के परीक्षण को कैप्चर किया है. जेसीएस ने बयान में आगे कहा कि मिसाइल से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने को लेकर दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारियों की ओर से सटीक विश्लेषण किया जा रहा है।
पिछले कुछ सप्ताह में उत्तर कोरिया की ओर से एक के बाद एक कई मिसाइलें दागी गई हैं. इनमें एक ऐसी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल भी शामिल है जिसे अमेरिका की धरती पर परमाणु हथियार पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है. दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना का संयुक्त सैन्य अभ्यास आज यानी 13 मार्च से शुरू होगा और 23 मार्च तक चलेगा।