अफगान सिंगर अरयाना सईद अपना देश छोड़ चुकी हैं। उन्होंने काबुल एयरपोर्ट का दहलाने वाला सीन याद किया है। अरयाना खुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि वह अफगानिस्तान से निकल पाईं। उन्होंने बताया कि कैसे लोग एक के ऊपर एक चढ़कर भाग रहे थे। वहां इतना डर था कि एक मां ने उनसे दरख्वास्त की थी कि अरयाना उसके बच्चे प्लेन में अपने साथ ले जाएं।
हर जगह घूम रहे थे तालिबान
अफगानिस्तान की सत्ता बीते दिनों तालिबान के हाथ पहुंच गई है। डर की वजह से हजारों लोग देश छोड़कर भाग चुके हैं और कई अभी भी कोशिश में हैं। अफगानी पॉप स्टार अरयाना ने अपने देश के हालात बताए। एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में अरयाना सईद ने बताया, जिस दिन उनकी काबुल से फ्लाइट थी, उस दिन तालिबान पहले से ही हर जगह घूम रहे थे। हजारों लोगों को एयरपोर्ट की तरफ भागते देखना डरावना था। एयरपोर्ट पर बहुत अव्यवस्था थी।
महिला ने कहा इसे साथ ले जाओ
अरयाना बताती हैं, बच्चे रो रहे थे, लोग एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे। न जगह थी, न सांस लेने को हवा। ये सब दिल तोड़ने वाला था। मैं खुशकिस्मत थी… उन लकी लोगों में से थी जो यूके पासपोर्ट के साथ निकल आए। अरयाना ने बताया कि जब वह प्लेन पर बोर्ड करने वाली थीं तो एक महिला उन्हें अपना बच्चा दे रही थी। उन्होंने बताया, वह रो रही थी और चिल्ला रही थी, मैं जैसे ही अंदर घुसने वाली थी उन्होंने अपना बच्चा मुझे पकड़ा दिया और मुझसे कहा कि बच्चे को अपने साथ ले जाऊं।
वापस करना पड़ा बच्चा
लेकिन मुझे लगा कि बच्चे को मां से कैसे अलग कर दूं? मैंने सैनिक से पूछा कि क्या हम दोनों लोगों को साथ ले जा सकते हैं लेकिन उन्होंने मना कर दिया। मुझे उस मां को बच्चा वापस देना पड़ा। अरयाना उम्मीद करती हैं कि काश महिलाओं को वैसे सिर पर गोलियां न मारी जाएं जैसे पहले तालिबान के वक्त होता था।