ओबीसी वर्ग की जनगणना को लेकर जारी बहस के बीच आगामी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बसपा प्रमुख मायावती ने इस मसले पर मोदी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को कहा कि देश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समाज की अलग से जनगणना कराने की मांग पर केंद्र की मोदी सरकार अगर कोई सकारात्मक कदम उठाती है तो बसपा संसद के अन्दर व बाहर भी इसका जरूर समर्थन करेगी।
दरअसल, देशभर में ओबीसी जनगणना की मांग के बीच मायावती ने ट्वीट किया, ‘देश में ओबीसी समाज की अलग से जनगणना कराने की मांग बसपा शुरू से ही करती रही है तथा अभी भी बसपा की यही मांग है और इस मामले में केन्द्र की सरकार अगर कोई सकारात्मक कदम उठाती है तो फिर बसपा इसका संसद के अन्दर व बाहर भी समर्थन जरूर करेगी।’
मायावती की यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब बिहार में पक्ष और विपक्ष दोनों ओबीसी के लिए जातीय जनगणना की मांग कर रहा है। बीते दिनों राजद नेता तेजस्वी यादव की मांग के साथ सुर में सुर मिलाते हुए नीतीश कुमार ने भी कहा था कि ओबीसी की जनगणना होनी चाहिए। गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातीय जनगणना के मुद्दे पर सर्वदलीय शिष्टमंडल के साथ उनसे मिलने का समय मांगा है।
पटना, नालंदा, गया और जहानाबाद जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद पटना हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में नीतीश से जातीय जनगणना के संबंध में सवाल करने पर उन्होंने कहा, ‘हमने पत्र भेज दिया है।’ प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए जदयू सांसदों को वक्त नहीं मिलने और जबकि बिहार सरकार में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से मंत्री संतोष कुमार सुमन के प्रधानमंत्री से मिलने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ”हमारी पार्टी के सांसदों ने अमित शाह से मिलकर भी अपनी बातें रखी है। गौरतलब है कि जदयू सांसदों की केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट हुई थी।