मांकडिंग को लेकर अश्विन बोले- जब मौका मिलेगा तब ऐसा करूंगा

भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ट्विटर पर काफी  एक्टिव रहते हैं।  कभी किसी ट्रोलर की बात का जवाब देना हो या फिर अपना अनुभव साझा करना हो अश्विन कभी पीछे नहीं रहते। पिछले दिनों ट्विटर पर मांकड आउट करने पर बहस छिड़ी, तो अश्विन ने भी इसपर अपना रिऐक्शन दिया है। हुआ यूं कि ट्विटर पर जोहैब नाम के यूजर ने भारत के महान ऑलराउंडर और पूर्व कप्तान कपिल देव का एक वीडियो डाला। इसमें कपिल एक दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज को मांकड आउट कर रहे हैं।

 

यूजर ने उस वीडियो के साथ कैप्शन लिखा, ‘ये बात सभी जानते हैं कि 1992-93 के दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज पीटर कर्स्टन को मांकड आउट किया था, और कपिल देव काफी गुस्से में दिख रहे थे। लेकिन बहुत कम लोग ये जानते होंगे कि उन्होंने कर्स्टन को पहले मैच में चेतावनी दी थी और इस लिए उन्होंने दूसरे मैच में कर्स्टन को आउट कर दिया, और अपना गुस्सा बल्लेबाज पर दिखाया। ये रहा दोनों मैचों का वीडियो।’

 

उस वीडियो पर सुंदर नाम के यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘कर्स्टन को एक बार चेतावनी देकर और पहली बार दावा न करके कपिल ने इसे बहुत ही निष्पक्ष तरीके से निभाया है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने कर्स्टन को बाहर जाने से रोका नहीं बल्कि उनके क्रीज से बाहर जाने का इंतजार कर रहे थे। यह सही स्पिरिट है।’ इस ट्वीट के साथ उन्होंने भारत के ऑफ स्पिनर आर अश्विन, विकेटकीपर बल्लेबाज और फिलहाल कमेंट्री कर रहे दिनेश कार्तिक, महान कमेंटेटर हर्षा भोगले, क्रिकेट लेखक विजय लोकपल्ली और भारत के पूर्व स्पिनर मुरली कार्तिक को टैग किया।

 

इसपर अश्विन ने उस यूजर को जवाब दिया है। अश्विन ने ट्वीट कर कहा, ‘अगर कोई बल्लेबाज क्रीज से बाहर चला जाता है तो मैं इसे फिर से करूंगा। मैं भी ऐसा ही करने के लिए आपकी अनुमति लेना चाहूंगा क्योंकि अगर किसी गेंदबाज को बल्लेबाज को इस तरह से रन आउट करने की आवश्यकता होती है, तो उसे पहले से ही सोचना होगा। मुझे उम्मीद है कि आप इसे स्वीकार करेंगे और मेरे माता-पिता को इसके बारे में नहीं बताएंगे।’

 

मांकड आउट का मतलब होता है, जब गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइक पर खड़े बल्लेबाज को आउट करता है, उसे मांकडिंग रनआउट कहते हैं। दरअसल, गेंदबाज को जब लगता है कि नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज उसके गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज से बाहर निकल गया है, तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की बेल्स गिराकर बल्लेबाज को आउट कर सकता है। चूंकि गेंद फेंकी नहीं गई होती है, इसलिए वह रिकॉर्ड तो नहीं होती, लेकिन बल्लेबाज जरूर आउट हो जाता है। अश्विन ने 2019 के आईपीएल मैच में किंग्स XI पंजाब की तरफ से खेलते हुए राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जॉस बटलर को मांकड आउट किया था। इसके बाद अश्विन की खूब आलोचना भी हुई थी।

 

क्या है मांकड आउट का इतिहास

 

क्रिकेट इतिहास में 13 दिसंबर, 1947 को मांकडिंग की पहली घटना हुई थी। भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को इसी तरीके से रनआउट किया था। उस समय भी वीनू मांकड की खूब आलोचना हुई थी, लेकिन तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान डॉन ब्रैडमैन ने माकंड के रनआउट का समर्थन किया था। इस घटना के बाद से ही बल्लेबाजों को इस तरह आउट होने की घटना को अनौपचारिक तौर पर माकंडिंग कहा जाता है।

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