भारतीय टेस्ट टीम इस समय इंग्लैंड के दौरे पर है। 4 अगस्त से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है, इससे पहले टीम इंडिया में एक खिलाड़ी के कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव आने की खबर से हंगामा सा मच गया है। इस बात को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। किस खिलाड़ी की कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है? इसको लेकर लगातार चर्चा हो रही है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच 23 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खत्म हुआ, जिसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले छोटा सा ब्रेक मिला। इस ब्रेक के दौरान खिलाड़ी अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूमते-फिरते नजर आए। बायो बबल में आने से सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के कोविड-19 टेस्ट हो रहे हैं। स्पोर्ट्स तक की खबर के मुताबिक टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं।
स्पोर्ट्स तक के मुताबिक पंत को कोई लक्षण नहीं हैं और वह पिछले सप्ताह कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। स्पोर्ट्स तक के मुताबिक वह तेजी से रिकवर भी कर रहे हैं। 18 जुलाई को पंत का फिर से कोविड-19 टेस्ट होगा, क्योंकि रविवार को उनके आइसोलेशन के 10 दिन पूरे हो जाएंगे। खबरों के मुताबिक पंत टीम इंडिया के साथ डरहम नहीं ट्रैवल करेंगे। ब्रेक के दौरान पंत दोस्तों के साथ यूरो कप का मैच देखने गए थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्र ने पुष्टि की है कि पॉजिटिव पाए गए खिलाड़ी पंत हैं और पिछले आठ दिनों से उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। सूत्र के मुताबिक इस समय उनमे लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं।
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने गुरुवार को पीटीआई को बताया, ‘हां, एक खिलाड़ी पॉजिटिव पाया गया है, लेकिन वह पिछले आठ दिनों से आइसोलेट है। वह टीम के साथ किसी होटल में नहीं है, इसलिए कोई अन्य खिलाड़ी प्रभावित नहीं हुआ।’ शुक्ला ने कहा, ‘अब तक कोई और खिलाड़ी पॉजिटिव नहीं पाया गया है। आपको जानकारी होगी कि हमारे सचिव जय शाह ने सभी खिलाड़ियों को लेटर लिखकर नियमों का पालन करने को कहा है।’ समझा जा रहा है कि पंत वायरस के डेल्टा वेरियंट से संक्रमित हैं, जिसके कारण इंग्लैंड में संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है। शाह ने अपने लेटर में खिलाड़ियों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने को कहा था, क्योंकि टीम के खिलाड़ियों को लगाए गए कोविशील्ड टीके से सिर्फ संक्रमण से बचाव हो सकता है, यह वायरस के खिलाफ पूर्ण प्रतिरोधक शक्ति नहीं देता।
(एजेंसी इनपुट के साथ)