अमूल ने गुजरात में दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. शनिवार को गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने पूरे राज्य में दाम बढ़ाने की घोषणा की. यह दिसंबर 2022 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के बाद दूध की कीमतों में पहला इजाफा है।
क्या है कीमतें बढ़ाने की वजह?
राज्य में मिल्क को-ऑपरेटिव की मुख्य संस्था GCMMF आम तौर पर दूध की कीमतों में ऐलान पहले से ही कर देती है. लेकिन इस बात वह इस बात को लेकर बिल्कुल चुप रही थी. चारा और परिवहन की कीमतें बढ़ने की वजह से दूध के उत्पादन की लागत में बढ़ोतरी हुई है, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है।
अब बढ़ोतरी के बाद, अमूल के भैंस के दूध की कीमत अब 68 रुपये प्रति लीटर हो गई है. जबकि, अमूल गोल्ड का दाम बढ़कर 64 रुपये प्रति लीटर तक हो गई है. जबकि, अमूल शक्ति की कीमत इजाफे के बाद 58 रुपये प्रति लीटर हो गई है. वहीं, अमूल के गाय के दूध की कीमत अब 54 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है. जबकि, अमूल ताजा का दाम बढ़कर 52 रुपये प्रति लीटर हो गई है. उधर, अमूल टी-स्पेशल का दाम 60 रुपये प्रति लीटर होगा।
पिछले 6 महीने में दो बार हुई बढ़ोतरी
पिछले छह महीनों में, पूरे देश में अमूल दूध के अलग-अलग ब्रांड्स की कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की गई है. लेकिन गुजरात को छोड़ दिया गया था. राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले, अमूल ने अक्टूबर 2022 में कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी और फिर गुजरात को छोड़कर सभी बाजारों के लिए फरवरी 2023 में तीन रुपये रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी।
दूसरी तरफ, मदर डेयरी ने पिछले साल चार बार कीमतों में बढ़ोतरी की थी. मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में प्रति दिन 30 लाख लीटर से अधिक बिक्री की मात्रा के साथ टॉप दूध सप्लायर्स में से एक है. दूध की कीमतों में बढ़ोतरी ने घरेलू बजट पर ऐसे समय में दवाब डाला है, जब खाद्य महंगाई पहले से ही ऊंचे स्तर पर है. मदर डेयरी ने कीमतों में बढ़ोतरी के लिए डेयरी किसानों से कच्चे दूध की खरीद लागत में बढ़ोतरी को जिम्मेदार ठहराया है।