किसी भी खिलाड़ी का सपना अपने करियर को शिखर तक ले जाना होता है और जब करियर पटरी पर आ जाए तो खिलाड़ी की कोशिश उसकी रफ्तार बढ़ाने की होती है, मगर इयॉन विलियम दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिसने अपने पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली. अपने अच्छे खासे करियर को खुद ही बर्बाद किया और वो भी डॉन बनने की चाहत में. कनाडा के पेशेवर रेसलर विलियम ने अमेरिकन रेसलिंग एसोसिएशन चैंपियनशिप, बॉर्डर सिटी रेसलिंग हैवीवेट चैंपियनशिप, इंटरनेशनल चैंपियनशिप सहित कई बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिया।
7 दिसंबर 1963 को जन्में विलियम का करियर शानदार चल रहा था, मगर शायद उसे कहीं और राह जाना था. इस पहलवान ने रिंग से बाहर कदम रखकर अंडरवर्ल्ड की दुनिया में कदम रख लिया और इसी के साथ इस खिलाड़ी के करियर का ग्राफ भी तेजी से नीचे गिरने लगा. वो एक गैंग में भी शामिल हो गया।
गैंग का बना मुखिया
विलियम को 36 मैच हारने के बाद करियर की सबसे बड़ी जीत 2 बार के डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन रैंडी सेवेज को हराकर मिली थी. वो इस जीत के बाद रातोंरात स्टार बन गए थे, मगर विलियम को ये शोहरत रास नहीं आई. वो पहले ही अपनी जिंदगी में कई क्रिमिनल एक्टिविटीज से जुड़े हुए थे. अंडरवर्ल्ड में जाने से पहले उन्होंने वसूली, ड्रग्स, मारपीट जैसे काम करने शुरू कर दिया था. कुछ ही समय में वो एक गैंग का मुखिया बन गया. गैंग में रहते इस रेसलर ने ओंटारियो शहर के एक पुलिस स्टेशन को उड़ाने तक की कोशिश की और फिर इसके बाद उसे 1998 में करीब 33 महीने तक जेल में रहना पड़ा था।
यूनाइटेड नेशनंस गैंग से जुड़ा
2008 आते-आते विलियम अंडरवर्ल्ड की दुनिया के अंदर और धंसते गए और गैंगस्टर क्ले से दोस्ती होने के बाद वो वैंकूवर के यूनाइटेड नेशनंस गैंग से जुड़ गया. क्ले ड्रग्स की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में इस समय 30 साल की जेल की सजा काट रहा है. विलियम पर इसके बाद हत्या के कई मामले दर्ज हुए. हालांकि अगस्त 2016 में कनाडा के पैरोल बोर्ड ने उन्हें चेतानवी के साथ रिहाई दी, मगर इसके 6 महीने बाद ही पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई स्टार की क्राइम की जिंदगी लगभग खत्म हो गई. डॉक्टर्स के अनुसार 53 साल की उम्र में लंग्स संबंधी कुछ समस्या हुई और 21 फरवरी 2017 विलियम ने दुनिया को अलविदा कह दिया. इसी के साथ एक रेसलरका भी अंत हो गया।