भारत के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने काफी समय से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है। उन्होंने अपना आखिरी मैच पिछले साल 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में खेला था जब टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। एमएस धोनी की वापसी आईपीएल के जरिए होनी थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते दर्शकों का उन्हें खेलते देखने का इंतजार और बढ़ गया। कोरोना वायरस की वजह से ही 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। एमएस धोनी के संन्यास की अटकलों के बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने बड़ा बयान दिया है।
नासिर हुसैन ने शनिवार को कहा कि महेंद्र सिंह धोनी जैसा क्रिकेटर जो कई पीढ़ियों में एक बार आता है इसलिए उस पर ‘संन्यास का दबाव बनाने’ वालों को एहतियात बरतनी चाहिए। हुसैन का मानना है कि भारत का यह पूर्व कप्तान अभी भी भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दे सकता है ।
उन्होंने स्टार स्पोटर्स पर ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ शो में कहा कि धोनी के जाने के बाद उसके जैसा कोई नहीं मिलेगा। उस पर संन्यास का दबाव बनाना सही नहीं है। सिर्फ धोनी को पता है कि वह किस स्थिति में हैं। आखिर में चयनकर्ताओं को फैसला लेना है और खिलाड़ी मौका मिलने पर खेलते हैं। सुनील गावस्कर और कपिल देव जैसे पूर्व दिग्गजों ने साफ तौर पर कहा है कि इतने लंबे ब्रेक के बाद उनके लिए वापसी करना मुश्किल होगा लेकिन हुसैन उनकी राय से इत्तेफाक नहीं रखते।
उन्होंने कहा कि क्या एम एस धोनी अभी भी भारतीय टीम को कुछ दे सकते हैं। मेरा मानना है कि बहुत कुछ। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि विश्व कप के दौरान धोनी कुछ मौकों पर चूक गए जब वह पारी की रफ्तार नहीं बढ़ा सके। नासिर हुसैन ने आगे कहा कि एक बार धोनी ने संन्यास ले लिया तो उसके बाद भारत कभी उनकी वापसी नहीं करवा पाएगा।