आगामी टी-20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर का कार्यकाल खत्म हो रहा है। विराट की मुश्किलें बढ़ने वाली है। बीसीसीआई भारत के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले को एक बार फिर से टीम इंडिया का हेड कोच बनाना चाहता है और इसके लिए वो उनसे संपर्क करने की तैयारी में है। कुंबले ने साल 2017 में टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। तब उनके और कोहली के बीच अनबन की खबरें मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई थी। विराट कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद भारतीय टीम की टी-20 टीम से कप्तानी छोड़ने का ऐलान गुरुवार को किया था।
4 साल पहले कुंबले के हेड कोच के पद से हटने के बाद कोहली ने रवि शास्त्री को उनकी जगह रिप्लेस करने का समर्थन किया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य पैनल की सिफारिशों के बाद कुंबले को वापस लाने के तरीकों का पता लगाया जा रहा है। कोहली के टी-20 कप्तानी छोड़ने के बाद बीसीसीआई इस बात को लेकर आश्वस्त है कि टीम को एक नए कोच की आवश्यकता है। गुरुवार को कोहली के इस्तीफे के बाद प्रेस विज्ञप्ति में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा था कि बोर्ड के पास टीम इंडिया के लिए एक स्पष्ट रोडमैप है।
ऐसा माना जाता है मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली चाहते थे कि कुंबले 2017 में कोहली के मतभेद के बावजूद पद पर बने रहें। उस समय वो बीसीसीआई की क्रिकेट सुधार समिति (सीआईसी) के सदस्य थे। कुंबले को कोच के रूप में जून 2016 में नियुक्त किया गया था। भारत उनके कोच रहते 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा। फाइनल में टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। कुंबले वर्तमान में आईपीएल फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स के मुख्य कोच हैं। माना जा रहा है कि कुंबले से संपर्क करने से पहले बीसीसीआई ने श्रीलंका के पूर्व कप्तान और मुंबई इंडियंस के मौजूदा कोच महेला जयवर्धने से भी संपर्क किया था।
हालांकि जयवर्धने की रुचि श्रीलंकाई टीम और आईपीएल फ्रेंचाइजी को कोचिंग देने की है। बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति समय में दो पदों पर नहीं रह सकता है। यदि कुंबले बोर्ड में आने के लिए सहमत होते हैं तो उन्हें अपने आईपीएल असाइनमेंट को छोड़ना होगा। कुंबले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की क्रिकेट समिति के प्रमुख भी हैं। साल 2016 में कुंबले के कोच बनने के बाद कुछ ही दिनों बाद विराट और उनमें मतभेद उभर कर सामने आने लगे थे। कुंबले ने अपने त्याग पत्र में इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया था कि कोहली को उनकी स्टाइल के बारे में आपत्ति थी।