कर्ज महंगा होने की वजह से राज्यों की तरफ से उठाए गए कर्ज पर ब्याज का बोझ बढ़ गया है. इसके साथ में नया कर्ज उठाना भी महंगा हो गया है. कम्प्ट्रोलर ऑडिटटर जनरल यानी CAG की रिपोर्ट में कहा। गया है कि अप्रैल से दिसंबर के।
दौरान 10 बड़े राज्यों पर ब्याज के खर्च में 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान 10 बड़े राज्यों पर ब्याज का खर्च बढ़कर 2.06 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो पिछले साल इस दौरान 1.77 लाख करोड़ रुपए हुआ करता था. आइए पूरे मामले को समझ लेते हैं मनी9 के इस वीडियो में।