कर्नाटक घूसकांडः कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, हिरासत में लिए गए पूर्व सीएम समेत कई नेता

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लोकायुक्त अधिकारियों की ओर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक मदल विरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत कुमार के घर से भारी मात्रा में नकदी बरामद किए जाने के बाद राजनीति हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस मामले को लेकर बेहद उग्र है और उसकी ओर से लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पूर्व सीएम सिद्धारमैया समेत कई नेताओं को हिरासत में भी ले लिया गया।

बेंगलुरु में कर्नाटक सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई से इस्तीफे की भी मांग की. साथ ही कांग्रेस नेताओं की ओर से बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा की गिरफ्तारी की मांग की गई, जिनके बेटे को रिश्वत लेते पकड़ा गया था. बाद में उनके प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सिद्धारमैया समेत कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया. प्रशांत कुमार को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े जाने के बाद की गई छापेमारी में उनके घर से छह करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी बरामद हुई।

अब भ्रष्टाचार के सबूतः कांग्रेस

बेंगलुरु में राज्य सरकार के खिलाफ पार्टी के प्रदर्शन पर पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “हम सीएम के इस्तीफे की मांग करते हैं. उन्हें सबूत चाहिए थे और अब भ्रष्टाचार के सबूत भी हैं. साथ ही एक बीजेपी विधायक को अब तक गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था. हम उसी मुद्दे को लेकर आज विरोध कर रहे हैं.” कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी ने कहा, “हम सीएम बोम्मई के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

इस घटना के बाद कर्नाटक में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. सिद्धारमैया और रणदीप सुरजेवाला समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर धरना दिया और उनके इस्तीफे की मांग भी की. प्रदर्शनकारी सीएम आवास का घेराव भी करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. विरोध के बाद सिद्धारमैया सहित वहां मौजूद सभी कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।

विपक्ष नेता ने कहा, “सीएम झूठ बोल रहे थे कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त है. फिर ये क्या हो रहा है? हम इस (कांग्रेस विरोध) के बारे में आज निर्णय लेंगे।

घोटालों पर शर्म करे सरकारः सुरजेवाला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला भी इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे, ने कहा, “उन्होंने सीटें बेचीं. उन्हें इन घोटालों पर शर्म आनी चाहिए. बीजेपी कह रही है कि विधायक के बेटे ने गलत किया है, विधायक ने नहीं. कितने बेशर्मी की बात है।

इससे पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के पुत्र की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी के बाद यह साबित हो गया है कि प्रदेश में 40 प्रतिशत कमीशन सरकार है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीटीआई-भाषा से कहा, “यह बहुत खराब है. यह साबित हो गया है कि कर्नाटक में 40 प्रतिशत कमीशन सरकार है.” उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, “बीजेपी की कृपा से मैसूर के संदल साबुन में भ्रष्टाचार की दुर्गन्ध भर गई है. कर्नाटक में बीजेपी विधायक’ के बेटे 40 लाख की घूस लेते हुए पकड़े गए. ठेकेदार से 81 लाख की घूस मांगी गई थी और बीते 24 घंटे में 7 करोड़ 20 लाख बरामद हो चुके हैं.” उन्होंने दावा किया कि यही बीजेपी की असलियत है।

40 प्रतिशत कमीशन सरकारः सुप्रिया

सुप्रिया ने कहा, “हमने कर्नाटक की बीजेपी सरकार को ’40 प्रतिशत कमीशन सरकार’ कहा तो इन्हें बुरा लगा. जबकि कर्नाटक के कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर कहा था कि राज्य में निविदा के लिए 40 प्रतिशत कमीशन देना पड़ता है. इसके चलते बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर ली और आरोप लोक निर्माण मंत्री पर थे।

इससे पहले कर्नाटक में लोकायुक्त अधिकारियों ने बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े जाने के बाद मारे गए छापे में विधायक पुत्र के घर से छह करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी बरामद की. विधायक ने अपने बेटे के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद केएसडीएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि उन्होंने दावा किया कि भ्रष्टाचार-निरोधक एजेंसी द्वारा की गई छापेमारी उनके और उनके परिवार के खिलाफ एक साजिश है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मामले की निष्पक्ष जांच का वादा किया।

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