केंद्र सरकार ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविशिल्ड और भारत बायोटेक के कोवाक्सिन के साथ 16 जनवरी से देश में बड़े पैमाने पर टीकाकारण अभियान चलाने जा रही है। इसके लिए राज्यों तक वैक्सीन पहुंचाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा था कि तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को फ्री में टीके लगाए जाएंगे। दो-दो वैक्सीन के साथ टीकाकरण की शुरुआत होने के कारण लोगों ने मन में कई सवाल कौंध रहे हैं। आखिर दोनों में कौन सी वैक्सीन अच्छी होगी? क्या लोगों को वैक्सीन के चयन की छुट होगी?
आपको बता दें कि टीकाकरण के समय लोगों के पास वैक्सीन के चयन के विकल्प नहीं होंगे कि वे किस कंपनी के टीके लगवाना चाहते हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, “दुनिया भर के कई देश एक से अधिक वैक्सीन का उपयोग कर रहे हैं। इन देशों में किसी भी लाभार्थी के पास ऐसा कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है।” यह दर्शाता है कि भारत में भी ऐसा हो सकता है। देश में कोरोना टीकाकरण स्वैच्छिक है।