उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल और उसके गनर की दिनदहाड़े हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में है. हत्याकांड की जांच कर रही STF को बड़ा सबूत मिला है. सूत्रों के अनुसार, माफिया अतीक के निर्देश पर उमेश पाल की हत्या हुई थी. साबरमती जेल से अतीक अहमद ने अपने शूटरों को उमेश पाल की हत्या के निर्देश दिए थे।
जेल में बंद अशरफ ने पूछताछ में हत्या के लिए अतीक के निर्देश की बात कबूल कर ली है.अशरफ अभी बरेली जेल में बंद है. बताया जा रहा है कि जेल में ही ये तय हुआ था कि कौन से शूटर घटना को अंजाम देंगे. वहीं, प्रयागराज पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे बदमाशों की पहचान कर सूची तैयार कर ली है. इस सूची को प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीडीए) के अफसरों को भेजी गई है।
पीडीए के अफसर अपराधियों के घर का नक्शा खंगाल रहे हैं. अपराधियों के घर पर बुलडोजर जल्द चल सकता है.सूत्रों की मानें तो धूमनगंज क्षेत्र एवं सिविल लाइंस में कुछ बिल्डिंग एवं घरों को चिन्हित किया जा चुका है . वहीं, ऐसी खबर है कि अतीक अहमद के सहयोगियों की भी लिस्ट तैयार की गई है।
वहीं, इस मामले में बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह और उसके एक सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले में पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी को जांच में दोषी साबित होते ही बसपा से निष्कासित कर दिया जाएगा. शाइस्ता इस वक्त बसपा में है. राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले में परवीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले में अतीक और उसके दो बेटे भी अभियुक्त हैं।
साल 2005 में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में अहम गवाह रहे उमेश पाल और उसके सिक्योरिटी गार्ड की पिछली 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. माफिया अतीक अहमद राजू पाल हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त है और वह इस वक्त गुजरात की एक जेल में बंद है।