दुनिया के टॉप टेन की सूची में शामिल नशे के तस्करों को तब बड़ा झटका लगा जब, केले के ढेर के बीच छिपाकर ले जाई जा रही, करीब 8.8 टन कोकीन की खेप जब्त हो गई. जब्त कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 330 मिलियन डॉलर यानी भारतीये रुपये में 27,27,91,86,000 आंकी गई है. हाल-फिलहाल के वक्त में दुनिया में पकड़ी गई ड्रग खेप में इसे सबसे बड़ी खेप माना जा सकता है. खेप के पकड़े जाने की घटना ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं की कमर तोड़कर रख दी है. कोकीन से घातक और महंगे ड्रग की यह खेप जब्त की गई है इक्वाडोर में वहां की पुलिस द्वारा. इस ड्रग की खेप को बेल्जियम के रास्ते यूरोप के कुछ देशों में पहुंचाया जाना था. ड्रग की यह बड़ी खेप केले के ढेरों के बीच में छिपाकर रखी गई थी।
इन तमाम तथ्यों की पुष्टि इक्वाडोर पुलिस अफसर कमांडर फाउस्टो सेलिनास ने भी स्थानीय मीडिया से बातचीत में की है. इस कांड का खुलासा करते हुए उन्होंने आगे कहा कि अगर, यह खेप यूरोप की सीमा पहुंचा दी गई होती, तो वहां इसकी मुंह मांगी कीमत कितनी बढ़ या पहुंच जाती? इसका अनुमान तक लगा पाना मुश्किल होता. बताना जरूरी है कि बीते कुछ साल में दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र के पड़ोसी देश पेरू, कोलंबिया में तैयार उच्च क्वालिटी की कोकीन की तस्करी और उसकी डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि इस कोकीन की उच्च क्वालिटी के चलते उसका मुंह-मांगा दाम मिलने की प्रबल संभावनाएं इंटरनेशनल मार्केट में हमेशा बनी रहती हैं।
खेप जब्त होने से पूरी दुनिया हैरान
जब्त 8.8 टन कोकीन की कीमत की बात अगर पाउंड में करें तो यह कीमत 275 मिलियन पाउंड तक हो सकती है. जो भारतीय मुद्रा में अरबों रुपये की बैठती है. इक्वाडोर में ही बीते साल 200 से ज्यादा ए ग्रेड की दवाएं भी जब्त की गई थीं. जिनमें से अधिकांश यहां के ग्वायाकिल बंदरगाह पर मिली थीं. केले के ढेर से कोकीन की इतनी बड़ी खेप जब्त होने पर दुनिया हैरान है. मगर इक्वाडोर पुलिस (Ecuador Police) और वहां की हुकूमत को कोई ताज्जुब नहीं है. क्योकि दुनिया में इक्वाडोर ही वो जगह है जहां दुनिया में केले की सर्वाधिक पैदावार होती है. यही वजह है कि केले की खेप के बीच अक्सर प्रतिबंधित दवाओं और ड्रग की तस्करी की जाती रहती है. इसलिए केले की आवाजाही पर इक्वाडोर पुलिस और वहां की एजेंसियों की पैनी नजर हमेशा लगी रहती है।
दौरे के दौरान पकड़ी गई बड़ी खेप
गंभीर बात यह है कि बेल्जियम ले जायी जा रही ड्रग की यह बड़ी खेप उस वक्त पकड़ी गई है जब, बेल्जियम के आंतरिक मंत्री एनेलिस वर्लिंडन और गृह मामलों के यूरोपीय आयुक्त यल्वा जोहानसन ने इक्वाडोर व कोलंबिया का दौरा किया. इन दोनों ही लोगों की यात्रा का मकसद भी ड्रग तस्करी पर रोकथाम के उपायों पर विचार-विमर्श करना था क्योंकि बेल्जियम तो अपनी हदों में इससे भी बड़ी ड्रग्स की खेपों की जब्ती देख चुका है. बेल्जियम के आंतरिक मंत्री एनेलिस वर्लिंडन तक जब इक्वाडोर पुलिस द्वारा इतनी बड़ी कोकीन खेप जब्त कर लिए जाने की खबर पहुंची, तो उनकी आंखें भी हैरत से खुली रह गईं।
इस ड्रग की खेप की जब्ती के बाद यूरोपियन मॉनिटरिंग सेंटर फॉर ड्रग्स एंड ड्रग एडिक्शन निदेशक एलेक्सिस गोस्देल ने कहा, “कोकीन के बढ़ते प्रवाह से अब पूरे यूरोपीय संघ को खतरा पैदा हो चुका है. मैं चिंतित हूं कि यूरोपीय संघ के कोकीन बाजार का विस्तार, सार्वजनिक और शासन में हिंसा व भ्रष्टाचार को बढ़ा रहा है.” यहां बताना जरूरी है कि इक्वाडोर में नशीली दवाओं और मादक पदार्थों की तस्करी के काले-कारोबार में जिस तरह से तेजी आई है, वो न केवल यूरोपियन संघ या दुनिया के अन्य कुछ देशों के लिए ही नुकसानदेह है. अपितु यह इंसानी दुनिया की आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी नासूर सा साबित हो सकता है।