मैदान हॉकी का हो या राजनीति का, बात फिटनेस की हो या स्टाइल की संदीप सिंह ने अपनी जिंदगी का अधिकतर समय एक हीरो के तौर पर बिताया. हालांकि इन दिनों हालात कुछ बदले हुए हैं. आज यानी 27 फरवरी को हॉकी खिलाड़ी 37 साल के हो रहे हैं. जानिए कैसे इस हीरो की कहानी के ट्विस्ट ने उन्हें कई लोगों की नजरों में विलेन बना दिया है।
संदीप सिंह का जन्म 27 फरवरी 1986 को हरियाणा में कुरुक्षेत्र जिले के शाहबाद में हुआ. बचपन से ही परिवार में हॉकी का माहौल देखा और इस खेल से जुड़ गए. बतौर ड्रैग फ्लिकर उन्होंने हॉकी की दुनिया में अपना नाम बनाया. पहले बतौर खिलाड़ी और फिर कप्तान उन्होंने भारत को कई बड़ी जीत दिलाई।
संदीप के साथ साल 2006 में बड़ा हादसा हुआ जब उन्हें ट्रेन में सफर करते हुए रेलवे गार्ड की बंदूक से अचानक गोली लग गई. ऐसा लगा कि संदीप के करियर का अंत हो गया है. हालांकि उन्होंने वापसी की और फिर टीम में जगह पक्की. उनके इस सफर पर फिल्म भी बनी है जिसका नाम सूरमा है।
रिटायरमेंट के बाद संदीप सिंह ने राजनीति में एंट्री की. साल 2019 में उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में पिहोवा से जीत दर्ज की. इसके बाद भाजपा की खट्टर सरकार में उन्हें खेल मंत्री बनाया गया था. इसके साथ ही उन्होंने एमटीवी के लोकप्रिय शो रोडीज में भी बतौर गैंग लीडर हिस्सा लिया।
संदीप सिंह की कहानी में विवादित मोड़ आया पिछले साल जब उनपर छेड़छाड़ के आरोप लगे. महिला हॉकी टीम की कोच ने उन पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना था कि नौकरी लगने से पहले ही संदीप ने उनसे पहले दोस्ती करने को कहा और बाद में गर्लफ्रेंड बनने की पेशकश की. इन आरोपों के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।