कूनो में बढ़ा चीतों का कुनबा, आज CM शिवराज ने 12 और छोड़े; अब कुल 20 हुए

दक्षिण अफ्रीका से आए सभी 12 चीते शनिवार की दोपहर कूनो नेशनल पार्क पहुंच गए. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खुद कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों का वेलकम किया और बाड़े में इन्हें रिलीज किया. इस मौके पर केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह भी मौजूद रहे. यह सभी चीते करीब डेढ़ महीने तक इस बाड़े में रहेंगे. इसके बाद इन्हें बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा और फिर कुछ दिन इसमें रहने के बाद इन्हें खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

दक्षिण अफ्रीका से लाए गए ये 12 चीते आज सुबह करीब दस बजे ग्वालियर पहुंचे. इन्हें भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर मालवाहक विमान से ग्वालियर लाया गया. वहीं ग्वालियर से इन चीतों को हेलीकॉप्टर से कूनो नेशनल पार्क ले जाया गया.चीता प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका से आए इन चीतों में सात नर हैं और पांच मादा चीते हैं.इससे पहले सितंबर 2020 में नामीबिया से आठ चीतों को लाया गया था. इन चीतों को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अपने जन्मदिन के अवसर पर 17 सितंबर को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था।

20 हो गई कुनो में चीतों की संख्या

ऐसे में 12 नए चीतों के आने के बाद कूनो नेशनल पार्क में चीतों की आबादी 20 हो गई है. गौरतलब है कि साल 1952 में भारत की धरती से चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था. भारत सरकार ने पारिस्थितिक तंत्र में संतुलन बनाने के उद्देश्य से पिछले दिनों अफ्रीकी देशों से चीतों को लाने की योजना तैयार की थी. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 71 साल बाद एक बार फिर से भारत की धरती को चीतों से आबाद किया जा रहा है. इसे देश के वन्य जीवन के इतिहास में एक नए युग की शुरूआत माना जा रहा है।

भारत सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट

देश की धरती को एक बार फिर से चीतों को बसाने के लिए भारत सरकार ने महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट तैयार किया है. इस प्रोजेक्ट का नाम भी ‘प्रोजेक्ट चीता’ दिया गया है. इस प्रोजेक्ट के तहत वन्य प्रजातियों विशेषकर चीतों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) के दिशा-निर्देशों के तहत चीतों को भारत लाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत अब तक 20 चीते भारत लाए जा चुके हैं. इस प्रोजेक्ट के तहत भारत सरकार ने पहले ही दक्षिण अफ्रीका के साथ एक एमओयू साइन किया है।

रेडियो कॉलर से लैस हैं सभी चीते

प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका से लाए गए सभी 12 अफ्रीकन चीते रेडियो कॉलर से लैस हैं. इन्हें वहीं से रेडियो कॉलर लगाकर लाया गया है. इससे इनकी नियमित निगरानी हो सकेगी. अधिकारियों ने बताया कि इन चीतों को दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क लाने के बाद उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी. यह सभी चीते एक महीने तक क्वारंटाइन में रहेंगे. वहीं जब यहां के पर्यावरण के अनुकूल हो जाएंगे तो इन्हें खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा. नामीबिया से लाए गए चीतों को भी क्वारंटाइन में रखा गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *