टोटी चोरी के शक में प्रिंसिपल ने शौचालय में लगवा दिए कैमरे, छात्रों के हंगामे के बाद हटे

जिले का एक ऐसा महाविद्यालय जहां पर छात्रों को एक ऐसा तुगलकी फरमान झेलना पड़ गया, जिसको जानने के बाद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. वैसे तो आजमगढ़ जिला हमेशा सुर्खियों में बना रहता है, लेकिन इस बार जिला शिक्षा व्यवस्था से जुड़े एक ऐसे मामले को लेकर सुर्खियों में है कि अब लोग भी सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि आखिर इस जिले के अधिकारियों की मानसिकता कैसी हो गई है. दरअसल शहर के बीचो बीच महाराजा सुहेलदेव यूनिवर्सिटी से संबद्ध डीएवीपीजी कॉलेज के प्राचार्य ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए कॉलेज परिसर में बने शौचालय के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया।

शौचालय में कैमरा देख छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया. नाराज छात्रों ने इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत डीएम से कर दी. छात्रों का विरोध और डीएम से शिकायत के बाद आनन-फानन में कॉलेज प्रशासन ने कैमरे शौचालय से उतारकर गेट पर लगा दिए, और एक अजीबोगरीब तर्क पेश कर सबको हैरत में डाल दिया है।

छात्रों ने की कलेक्टर से शिकायत

दरअसल डीएवी पीजी कॉलेज में सोमवार शाम छात्रों ने जमकर हंगामा किया. छात्रों का आरोप था कि कॉलेज प्रशासन ने टॉयलेट के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया है. आक्रोशित छात्रों ने इस बात को लेकर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया. ये बात जब धीरे-धीरे छात्र नेताओं तक पहुंची तो इस मामले में विरोध तेजी से बढ़ने लगा. छात्र नेताओं द्वारा कहा गया कि कॉलेज प्रशासन छात्रों की निजता का हनन कर रहा है।

इस मामले में कॉलेज के छात्रों ने इकट्ठा होकर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ डीएम से शिकायत कर दी. छात्रों द्वारा कलेक्टर को शिकायती पत्र देकर कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे को हटाने की मांग की गई और साथ ही विकृत मानसिकता वाले अधिकारियों वह कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

टोटी की चोरी करने वाले को पकड़ने के लिए लगाया गया कैमरा

वहीं इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन एक बड़ा ही अजीबोगरीब तर्क पेश किया है. कॉलेज के प्राचार्य का कहना है कि शौचालय से लगातार टोटी चोरी हो रही हैं. इस समस्या से कॉलेज प्रबंधन काफी समय से परेशान चल रहा था. इसी बात को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी लगवाया गया था, लेकिन सीसीटीवी लगाने वाले की गलती के कारण वो अंदर लग गया, जिसको फौरन सही कर उसकी सही जगह पर लगवा दिया गया है।

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