थाना पालीमुकीमपुर के गांव रजातऊ से बहला-फुसलाकर बेटी को ले जाने के बाद सदमे के दौर से गुजर रहे पिता ने शुक्रवार को उस समय आत्मघाती कदम उठा लिया जब बेटी ने पिता के मोबाइल पर मिस्ड कॉल दी और फिर मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया। बेटी से बात नहीं हो पाने से वह इतना चिंतित हो गया कि उसने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
गांव रजातऊ निवासी 50 वर्षीय सतीश पुत्र राजाराम की नाबालिग बेटी को थाना खैर के गांव गिरौरा का एक युवक बहला-फुसलाकर ले गया था। चार जुलाई को घर से शौच के लिए गई थी। बेटी के बारे में पता चलने पर सतीश ने थाना पुलिस को सूचना दे दी थी। पिता की ओर से दी गयी तहरीर पर पुलिस जांच ही कर रही थी कि शुक्रवार सुबह उसके मोबाइल पर बेटी के नंबर से मिस्ड कॉल आई। सतीश नने बेटी का मोबाइल नंबर देखकर कॉल बैक की तो उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। तहरीर में बेटी के अपहरण करके हत्या की आशंका करने वाले पिता बेटी से बात न होने पर चितिंत हो गया। इससे हताश होकर सतीश ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। बेटी के जाने से परेशान पिता द्वारा आत्महत्या करने की खबर पुलिस को दी गयी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
इस संबंध में थाना प्रभारी नरेश कुमार के सरकारी काम से बाहर जाने पर उनकी जगह पर थाने का प्रभार देख रहे राकेश कुमार ने बताया कि वह आत्महत्या के मामले में छानबीन कर रहे हैं। सतीश की बेटी चार जुलाई को चली गयी थी। पुलिस उसको बरामद करने का प्रयास कर रही है।