भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बीच चीन ने एक और नई चाल चली है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वेस्टर्न थिएटर कमांड (WTC) ने एक फरवरी से अपने टॉप टेन यूजर्स को पूर्व लद्धाख में गलवान घाटी से पत्थर भेजने की पेशकश करेगी। चीनी आर्मी की वेस्टर्न थिएटर कमांड भारत के साथ विवादित सीमा की देखरेख करती है।
चीन का सरकारी अखबर ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि वेस्टर्न थिएटर कमांड ने शुक्रवार को ट्विटर की तरह चीनी ‘सीना वीबो’ पर अपना आधिकारिक अकाउंट खोला है और एक नोटिस जारी कर कहा है कि 1 फरवरी को वह “उन लोगों में से 10 भाग्यशाली नेटिजन्स का चयन करेगा जो उनके नोटिस को दोबारा पोस्ट करेंगे। इन टॉप टेन यूजर्स को उपहार के रूप में वो गलवान गाटी से एक पत्थर भेजेगा।
चीन के वेस्टर्न थिएटर कमांड ने अपने इस ट्विटर जैसे अकाउंट से एक तस्वीर शेयर की। तस्वीर के साथ-साथ जिसमें चीनी भाषा में लिखा था ‘शानदार परिदृश्य, एक इंच नहीं छोड़ना है।’ गलवान घाटी में 15 जून की रात को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच संघर्ष के बाद चीनी सरकार का भारत को उकसाने वाला यह नया प्रयास है। 15 जून की रात को हुए संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि चार चीनी सैनिक भी मारे गए थे।
पूर्वी लद्दाघ में सीमा विवाद को लेकर भारतीय और चीनी सेना मई, 2020 से ही आमने-सामने है। पैंगोंग झील क्षेत्र में हुई एक हिंसक झड़क के बाद दोनों पक्षों की ओर से भारी संख्या में सैनिकों और हथियारों की तैनाती की गई है। सीमा विवाद को खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच अब तक कई दौर की सैन्य वार्ता भी हो चुकी है।
भारत ने चीन के उस आरोपों को लगातार खारिज करता रहा है कि पूर्वी लद्दाख में इंडियन आर्मी LAC को पार किया है। भारत लगातार कहता आया है कि नई दिल्ली ने हमेशा से बॉर्डर मैनेजमेंट और क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए एक जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाया है।
सीमा पर तनाव के बीच 1 जनवरी को चीनी सरकार की आधिकारिक मीडिया ने एक वीडियो जारी किया जिसमें चीन जवानों को गलवान घाटी के किसी इलाके में झंडा फहराते हुए दिखाया गया था। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में भी एक वीडियो जारी किया था जिसमें शिनजियांग सैन्य कमान की यूनिट 7895 के सैकड़ों पीएलए सैनिकों को एक नदी के किनारे पर खड़ा कर सैन्य नारा लगाते हुए दिखाया गया था।