भारत द्वारा अफगानिस्तान मसले पर क्षेत्रीय देशों के साथ बैठक के आयोजन के बीच पाकिस्तान भी इसकी तैयारी में है। पाकिस्तान ने कहा है कि अफगानिस्तान मसले पर बातचीत करने को लेकर वह अमेरिका, चीन और रूस के सीनियर डिप्लोमैट्स की मेजबानी करेगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ ‘ट्रोइका प्लस’ बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
ये वार्ता ऐसे वक्त में हो रही है जब भारत ने अफगानिस्तान मसले पर कई देशों के साथ बातचीत की है। इस बैठक में पाकिस्तान और चीन को भी बुलाया गया था लेकिन दोनों देशों ने आने से इनकार कर दिया था। ऐसे वक्त में जब तालिबान अंतर्राष्ट्रीय मान्यता की मांग कर रहा है, यह बैठक महत्वपूर्ण हो सकती है। हालांकि पाकिस्तान ने अब तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है लेकिन तालिबान शासन को मान्यता दिलाने के लिए लगातार फ्रंटफुट पर खेल रहा है। रूस और अमेरिका जैसे देश तालिबान को मान्यता देने में कोई जल्दबाजी में नहीं हैं। इन देशों ने कहा है कि जब तक तालिबान अपना वादा पूरा नहीं करता तब तक मान्यता की कोई बात ही नहीं है।
इस बैठक को लेकर पाकिस्तान के अधिकारी का कहना है कि ट्रोइका प्लस अफगान अधिकारियों के साथ जुड़ाव के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। यह एक समावेशी सरकार के लिए समर्थन व्यक्त करेगा। हम अफगानिस्तान में मानवाधिकारों, विशेष रूप से महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा पर बातचीत करेंगे।
बता दें कि काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से ट्रोइका प्लस की यह पहली बैठक है। इस फॉर्मेट की आख़िरी बैठक अगस्त की शुरुआत में दोहा में हुई थी। रूस द्वारा 19 अक्टूबर को मास्को में एक और बैठक बुलाई गई थी, लेकिन अमेरिका ने लॉजिस्टिक्स का हवाला देते हुए भाग नहीं लिया था।