दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने जर्मन एनआरआई के अकाउंट से लाखों रुपए उड़ाने के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. राजधानी की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की साइबर सेल ने ये कार्रवाई की है. जिसमें आईसीआईसीआई बैंक का एक कर्मचारी भी शामिल है. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने आईसीआईसीआई बैंक के एक कर्मचारी कर्मचारी के साथ मिलकर जर्मन एनआरआई के एकाउंट से 1 करोड़ 35 लाख रुपये निकाल लिए.
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारी की मदद से एक जर्मन एनआरआई के बैंक अकाउंट पर सेंधमारी की और बैंक अकाउंट की चेक बुक, एटीएम कार्ड और नेट बैंकिंग के पासवर्ड हासिल कर बैंक अकाउंट में रखा एक करोड़ 35 लाख रुपए निकाल लिया.
फ़र्ज़ी कंपनी बनाकर अकाउंट में ट्रांसफर की रकम
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारी ने इस गिरोह को एनआरआई के अकाउंट के बारे में जानकारी दी. जिसमें यह बड़ी रकम जमा थी. पुलिस के मुताबिक एनआरआई लंबे समय से अपना मोबाइल नंबर इस्तेमाल नहीं कर रहा था. जिसके चलते उसका मोबाइल नंबर इन एक्टिव हो गया था. इस गिरोह ने इसी बात का फायदा उठाया और वह मोबाइल नंबर अपने कर्मचारी के नाम पर जारी करा लिया और फिर नेट बैंकिंग का पासवर्ड बदल कर चेक बुक और दूसरा एटीएम कार्ड इश्यू करा लिया. इसके बाद नेट बैंकिंग, चेक बुक और एटीएम कार्ड की मदद से सारा पैसा निकाल लिया.
बैंक अकाउंट में बचे 63 रुपये निकालने के लिए जालसाजों ने जमा कराए 37 रुपये
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुमित पांडे, शैलेंद्र प्रताप सिंह, नीलम, जगदंबा प्रसाद पांडे और आदर्श जयसवाल है. गिरफ्तार आरोपियों में सुमित पांडे आईसीआईसीआई बैंक में काम करता था. पुलिस के मुताबिक ये जालसाज इतने शातिर थे कि अकाउंट से एक करोड़ 35 लाख रुपए निकालने के बाद जब एनआरआई के बैंक एकाउंट में महज 63 रुपये बचे तो इन्होंने पहले अकाउंट में 37 रुपये डाले और फिर पेटीएम की मदद से अकाउंट में बचे सौ रुपए भी निकाल लिए.