पंजाब नेशनल बैंक में करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर भारत से फरार हुआ हीरा कारोबारी एंटीगुआ से भी लापता हो गया है। वहां की पुलिस रविवार शाम से लापता चोकसी का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस के एक बयान के अनुसार, चोकसी को आखिरी बार शाम करीब 5:15 बजे (स्थानीय समयानुसार) घर से निकलने से पहले एक कार में देखा गया था, जिसे बरामद कर लिया गया है। चोकसी के वकीलों ने कहा कि व्यवसायी द्वीप के दक्षिणी हिस्से में रात के खाने के लिए गया था और फिर कभी नहीं देखा गया। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि वह एंटीगुआ से भाग कर क्यूबा चला गया हो
चोकसी भारत में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा ₹14,000 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण धोखाधड़ी और मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में वांछित है। वह 2018 में कैरिबियाई द्वीप राष्ट्र एंटीगुआ और बारबुडा भाग गया था। इसके बाद से वह लगातार वहीं रह रहा था।
जॉनसन पॉइंट पुलिस स्टेशन में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज किए जाने के बाद, पुलिस ने भारतीय व्यवसायी की तलाश शुरू की। हालांकि, इसका अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है। पुलिस ने बयान में कहा, “प्राप्त अतिरिक्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने कई तलाशी लीं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।”
एंटीगुआ पुलिस ने जारी किया हुलिया
पुलिस ने पहचान के उद्देश्य से उसकी शारीरिक बनावट की जानकारी देते हुए जनता से कहा कि अगर किसी को कोई जानकारी मिलती है तो वह जॉनसन प्वाइंट पुलिस स्टेशन या आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को सूचित करें। पुलिस के बयान में कहा गया है, “भारतीय मूल का मेहुल चोकसी भूरे रंग का और पांच फीट छह इंच (5′ 6″) ऊंचाई का व्यक्ति है। जो भारी रूप से गंजा है। पुलिस चोकसी के ठिकाने को जानने के लिए जनता की सहायता मांग रही है।”
भारत में अलर्ट मोड पर ईडी और सीबीआई
भारतीय एजेंसियों- सीबीआई और ईडी दोनों ने मेहुल चोकसी के संबंध में रिपोर्ट और एंटीगुआन पुलिस के बयान देखे हैं। वे उचित चैनलों, अधिकारियों के माध्यम से घटना के बारे में अधिक जानकारी का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि वह एंटीगुआ से भाग कर क्यूबा चला गया हो। आपको बता दें कि भारत से भागने के बाद मेहुल चोकसी ने कैरिबियाई द्वीप राष्ट्र एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी।
एंटीगुआ और बारबुडा में रहने वाले 61 वर्षीय भारतीय कारोबारी और गीतांजलि समूह के मालिक मेहुल चोकसी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वांटेड घोषित कर रखा है। मेहुल चोकसी ने मेगा-घोटाले के सामने आने से एक महीना पहले 4 जनवरी, 2018 को एंटीगुआ भागने से पहले ₹13,578 करोड़ पीएनबी धोखाधड़ी में करीब ₹7,080 करोड़ की हेराफेरी की।
पीएनबी के साथ धोखाधड़ी का है आरोप
चोकसी के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। वह कथित तौर पर 2013 में शेयर बाजार में हेरफेर में शामिल था।सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता पंजाब नेशनल बैंक में धोखाधड़ी करने के बाद चोकसी देश छोड़कर भाग गया। बाद में उसे भगोड़ा घोषित किया गया। पिछले साल दायर एक चार्जशीट में, ईडी ने दावा किया था कि चोकसी ने न केवल भारतीय बैंकों को बल्कि दुबई और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी ग्राहकों और ऋणदाताओं को धोखा दिया है। उनकी ₹2,500 करोड़ की संपत्ति पहले ही कुर्क की जा चुकी है।
इस साल की शुरुआत में, एंटीगुआ और बारबुडा ने नवंबर 2017 में कैरेबियाई राष्ट्र की नागरिकता द्वारा निवेश कार्यक्रम (सीआईपी) के तहत दी गई भगोड़े हीरा व्यापारी की नागरिकता को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन उन्होंने अदालत में सरकार के कदम को चुनौती दी। इस मामले से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी है।
इस घटनाक्रम से वाकिफ लोगों के मुताबिक, चोकसी को पिछले साल एंटीगुआ और बारबुडा के अधिकारियों ने उनकी नागरिकता रद्द करने की प्रक्रिया के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल मार्च में दावा किया था कि भगोड़े व्यवसायी विजया माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी कानून का सामना करने के लिए भारत वापस आ रहे हैं। सीतारमण ने राज्यसभा में बीमा संशोधन विधेयक पर एक बहस का जवाब देते हुए यह बात कही थी।