पपीता उन फलों की लिस्ट में शुमार है, जो पूरे साल आता है। ये कई लोगों का पसंदीदा फल भी है। ये फल स्वास्थ्य के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी खूब फायदेमंद है।पपीते में मौजूद जादुई एंजाइम, पपैन आपके शरीर को चिकित्सीय लाभ प्रदान करते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। कई गुणों से भरपूर पपीता वजन कम करने में भी मदद करता है। आइए, जानते हैं वजन कम करने में कैसे मदद करता है पपीता।
पपीता फैट कम करने और बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की पपीता डाइट को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। पपीता डाइट में दो दिन तक लगातार पपीता ही खाना होता है। इससे आपको दस्त हो सकते हैं या आपके पेट में दर्द हो सकता है, हालांकि ये होना सामान्य है। इस डाइट का पाल हफ्ते में दो से तीन बार करना चाहिए। साथ ही नियमित रूप से इसे दो से तीन महीने तक फॉलो करना चाहिए। ऐसा करने से ना केवल आपका वजन कम होगा बल्कि आपका पाचन भी बेहतर होगा और ये आपके शरीर को डीटॉक्सीफाई भी करेगा।
कैसे करें पपीता डाइट को फॉलो
नाश्ता
कोई भी डाईट ब्रेकफास्ट से ही शुरू होनी चाहिए। इसके लिए आप एक गिलास डाइलयूट किया हुआ या फिर ओट मील खा सकते हैं। इसमें आपको दिन भर के लिए पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिलेगा। 30 मिनट का ब्रेक लें और पपीका की सलाद खाएं। ऐसे में आपके दिन की शुरूआत पौष्टिक स्वस्थ तरीके से होगी। दो दिन की डाइट में सेम नाश्ते का पालन करें।
लंच
पहले दिन साबुत अनाज का सलाद खाएं जिसमें टमाटर, पालक, जैतून, लहसुन के साथ थोड़ा नमक और नींबू हो। इसे आप चावल के साथ खा सकते हैं। इसके बाद एक गिलास पपीके के रस का सेवन करें। दूसरे दिन आप पालक के साथ बैंगन जैसी कुछ पकी हुई सब्जी भी ले सकते हैं। बाद में एक गिलास पपीते का जूस पीएं।
मिड स्नैक्स
आधा पपीता और अनानस के दो स्लाइस को मिलाकर स्मूदी तैयार करें और इसे मिड स्नैक्स में पी सकते हैं। ये बहुत देर तक आपका पेट भरा रखने में मदद करता है।
डिनर
नींबू के रस, अज्वाइन और प्याज के साथ एक कटोरी सब्जी तैयार करेंय़ इसे पपीते की कटोरी के साथ लें, जो मिठाई के रूप में काम करेगा। अगले दिन के डिनर में तोरी के साथ एक बड़ा कटोरा पपीते खाएं।
बताते चले की पपीते के बीज भी वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इस बीजों के कई और लाभ भी हैं जैसे शरीर में विषाक्त पदार्थों को खत्म करना, लीवर सिरोसिस से पीडित होने पर लीवर की रक्षा करना, किडनी की समस्या से पीड़ित होने पर गुर्दे की रक्षा करना।
ध्यान दें
पपीता डाइट को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।