एएमयू में मंगलवार शाम कैंपस ताबड़तोड़ फायरिंग से दहल उठा। कैंपस में कुछ बाहरी तत्वों ने घुसकर फायरिंग कर दी, जिसमें एक पूर्व छात्र घायल हो गया। उसको जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
बिहार के कटिहार निवासी पूर्व छात्र अरमान अली पुत्र मो. फारूक की ओर से थाने में तहरीर दी गई है। बताया कि वह मंगलवार शाम अनूपशहर रोड से चुंगी की ओर से जकरिया की ओर जा रहा था। डक प्वाइंट के पास मेडिकल चौकी इंचार्ज नौशाद ने हाथ देकर रोका। उस समय उनके पास काफी लोग खड़े हुए थे। कुछ देर बाद नौशाद वहां से चले गये। उनके जाने के बाद उनके साथ वहां खड़े अरशद मलिक, अख्तर मलिक, बाबर सादिक, हमजा समेत अन्य अज्ञात लोगों ने घेर लिया। देखते ही देखते सभी ने मिलकर मारपीट कर दी। तमंचे व पिस्टर निकालकर जान से मारने की नियत से फायरिंग शुरू कर दी। घायल होने के बाद प्रार्थी लहुलुहान होकर गिर पड़ा। मौके से गुजर रहे उसके एक परिचित ने उसको मेडिकल कॉलेज पहुंचाया और भर्ती कराया। कैंपस में गोली की सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर दौड़ पड़ी। पहले घटना स्थल का जायजा लिया गया। उसके बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायल छात्र की हालत जानी गई।
सूचना पर एसपी सिटी कुलदीप गुनावत, सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय, थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और जांच की। एएमयू के पूर्व छात्र अरमान ने तहरीर में आरोप लगाया कि उसको संबंधित पुलिस चौकी के प्रभारी ने रोका था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज उक्त आरोपियों के साथ मिले हुए हैं। मेडिकल कॉलेज में एक दिन पहले भी युवकों के बीच विवाद होना सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि हॉकी ग्राउंड में युवकों में झगड़ा हुआ था।
मेरा कोई रोल नहीं, जांच में सच्चाई आएगी सामने : चौकी इंचार्ज
मामले में मेरा कोई रोल नहीं है। घायल छात्र के साथ करीब 20 दिन पहले अजीम नाम का आदमी चौकी पर आया था। उसके साथ कोई लड़की भी थी। उस समय उन्होंने युवक को डांट दिया था। कैंपस में घटना से थोड़ा पहले एक जांच के सिलसिले में जरूर गया था। लेकिन घटना होने से पहले ही वहां से लौट आया था। मामले की निष्पक्ष जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।
-नौशाद, प्रभारी, मेडिकल चौकी इंचार्ज।
मामले में तहरीर मिली है। घायल युवक का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। मुकदमा तहरीर के आधार पर पंजीकृत किया जा रहा है।
-कुलदीप गुनावत, एसपी सिटी।