दूध को कम्पलीट डाइट कहा जाता है जबकि दही को डाइजेशन के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन फिर भी कई लोग ऐसे हैं, जो चाहकर भी दूध-दही का सेवन नहीं कर पाते। उन्हें दूध आसानी से नहीं पचता। इसी कारण से उन लोगों को दूध-दही से दूरी बना लेनी चाहिए। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर कुछ लोगों को क्यों नहीं पचता दूध-दही-
दूध क्यों कर देता है एलर्जी
दूध में मौजूद केसिन प्रोटीन भी कुछ लोगों में समस्या खड़ी करता है। खासतौर पर कुछ बच्चे केसिन के कारण ही दूध को नहीं पचा पाते हैं। कुछ लोगों में दूध के सेवन से फुंसियां और चेहरे पर मुंहासे निकल आते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दूध में जटिल वसा (काम्प्लेक्स फैट) होता है, जो ढंग से पच नहीं पाता है। ज्यादा दूध से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
दही क्यों नहीं पचती
दही की तासीर ठंडी है यानी इसके खाने से शरीर में ठंडापन महसूस होता है। इसलिए जिन लोगों को सर्दी जुकाम रहता है, उन्हें दही के सेवन से बचना चाहिए। दही कई लोगों में गला खराब कर देता है, खासतौर पर रात में खाने पर।
दही उनके लिए खासतौर पर नुकसानदायक है जिन्हें जोड़ों में दर्द या आर्थराइटिस की बीमारी है। इन लोगों को सलाह दी जाती है कि ये फ्रिज से निकला हुआ दही न खाएं। फिजिशयन कमेटी फॉर रेस्पॉन्सिबल मेडिसिन के मुताबिक, दही में गैलेक्टोज नामक शुगर पाई जाती है। इससे शरीर में लैक्टोज बनता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है। दही में चीनी मिलाकर खाने से मोटापा बढ़ता है।
दूध-दही के सेवन में बरतें यह सावधानियां
दूध और दही कभी एक साथ नहीं खाया जाता है। इसके अलावा खट्टे फल खाने या इनका जूस पीने के पहले या बाद में दूध या दही का सेवन न करें।