गुरुवार को आसमान से बरसते अंगारों के बीच तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर गया। मौसम के इस तेवर ने कोरोना टीकाकरण की कोल्ड चेन कायम रखने की चुनौती बढ़ा दी। स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर काफी तेजी के साथ सक्रियता दिखाई। जिला प्रतिरक्षण कार्यालय में अब कोरोना वैक्सीन ग्यारह आईएलआर (आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर) में दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच सुरक्षित कर दी। किसी फ्रिज का तापमान 6.2 किसी का सात तो किसी का आठ डिग्री मेंटेन किया जा रहा है।
सबसे पहली बार कोरोना वैक्सीन की आमद पर कार्यालय में चार आईएलआर रेफ्रिजरेटर स्थापित थे अब इनकी संख्या बढ़ाकर ग्यारह कर दी गई है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.दीपक वर्मा ने बताया कि सभी रेफ्रिजरेटर्स का तापमान 2 से 8 डिग्री पर मेंटेन किया जा रहा है। वैक्सीनेशन के लिए केंद्रों पर वैक्सीन रेफ्रिजरेटर से निकालकर चार आइस पैक वाले बॉक्स में ले जाई जा रही है। इन आइस बॉक्स की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
भयंकर गर्मी में सुबह पहुंचाई जा रही वैक्सीन
आइस पैक वाले बॉक्स में वैक्सीन की कोल्ड चेन इन दिनों पड़ रही प्रचंड गर्मी के चलते अधिकतम बारह घंटे तक ही मेंटेन हो पाने की स्थिति बन रही है। प्रतिरक्षण कार्यालय के तकनीकी स्टाफ के मुताबिक ठंड के मौसम वाले तापमान में आइस बॉक्स में वैक्सीन की कोल्ड चेन दो दिन तक कायम रह सकती है। अत्यधिक गर्मी को देखते हुए टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन इसी वजह से सुबह के समय ही पहुंचाई जा रही है ताकि, कोल्ड चेन मेंटिनेंस में किसी तरह की कोई समस्या नहीं आए।
बिजली जाने पर कोल्ड चेन कायम रखेंगे वैक्सीन बॉक्स
जिला प्रतिरक्षण कार्यालय में कोल्ड चेन रूम के साथ ही दो वैक्सीन बॉक्स भी मुहैया हो गए हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.दीपक वर्मा के मुताबिक बिजली सप्लाई में बाधा आने की स्थिति में रेफ्रिजरेटर बंद हो जाने पर से वैक्सीन उनमें से निकालकर इन बॉक्स में आइस पैक में सुरक्षित रखी जा सकेगी। हालांकि, प्रतिरक्षण कार्यालय में कोल्ड चेन मेंटिनेंस को लेकर बिजली की विशेष सप्लाई की गई है। आपात स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित होने के मद्देनजर जेनरेटर की भी पर्याप्त व्यवस्था होने के दावे किए गए हैं।