आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हारकर खिताब गंवाने के बाद क्रिकेट के पंडित इस हार का अपने अपने तरीके से आंकलन कर रहे हैं। आज ही के दिन 25 जून 1983 को विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके पूर्व आलराउंडर रोजर बिन्नी ने साउथम्पटन के द एजिस बाउल मैदान पर मिली खिताबी हार के लिए भारत की खराब गेंदबाजी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने साथ ही इस को शर्मनाक और अपमानजनक बताया है।
बिन्नी ने डबल्यूटीसी फाइनल के तीसरे दिन न्यूजीलैंड की पहली पारी के दौरान भारतीय गेंदबाजी की कड़ी आलोचना की। इस विकेट पर विकेट लेने के लिए गेंदबाजों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी और भले ही भारत दो विकेट लेने में सफल रहा, लेकिन बिन्नी का मानना है कि उनका प्रदर्शन आदर्श से बहुत दूर था।
ते हुए देखना निराशाजनक था। इंग्लैंड में टेस्ट मैचों में गेंदबाजी करने का इस तरह का तरीका नहीं था। ये पूरी तरह से वाकई शर्मनाक और अपमानजनक था। विरोधी टीम ने कैसे आपकी गलती का फायदा उठाया। ये किस तरह का प्रदर्शन था?. वे टेस्ट मैच खेल रहे थे।’
बिन्नी ने गेंदबाजों को जमकर लताड़ लगाते हुए कहा, ‘जब आप गेंदबाजी करते हैं तो आपकी कोशिश बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा गेंद खिलाने की होनी चाहिए। हम अपने जोन में गेंदबाजी नहीं कर सकते। आप जितनी शॉर्ट गेंद फेंकते, उतनी ही स्विंग होने की संभावना थी। न्यूजीलैंड ने इसका पूरा इस्तेमाल किया। आपको विकेट लेने के लिए डिफेंस नहीं, बल्कि आक्रामक गेंदबाजी करनी की जरूरत होती है।’