एलपीजी की बढ़ती कीमतों से राहत में मिलने की उम्मीद, मार्च-अप्रैल तक रसोई गैस हो सकती है सस्ती

कोरोना काल में मई से नवंबर तक शांत रहने के बाद एलपीजी की कीमतों में ऐसी आग लगी कि दिल्ली में 594 रुपये में मिलने वाला घरेलू गैस सिलिंडर फरवरी तक आते-आते  794 रुपये का हो गया। यानी 14.2 किलोग्राम का गैर-सब्सिडी वाला LPG सिलेंडर कुल 200 रुपये महंगा हो गया। वहीं पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतें कोढ़ में खाज का काम कर रही हैं। घरेलू गैस की बढ़ती कीमतों से अगले महीने या अप्रैल से राहत मिलने की उम्मीद है। यह उम्मीद खुद केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की है। बता दें  फरवरी में ही तीन बार बार वृद्धि की गई है। गुरुवार काे सभी श्रेणियों के एलपीजी के दाम  25 रुपये प्रति सिलेंडर और बढ़ गए हैं। इसमें सब्सिडी वाला सिलेंडर, उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों द्वारा इस्तेमाल में लाया जाने वाला सिलेंडर भी शामिल है।
वाराणसी में केंद्रीय पेट्रोलियम धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि मार्च-अप्रैल तक रसोई गैस के दाम में कमी आने की उम्मीद है। कीमत में लगातार वृद्धि पर स्पष्ट किया कि अक्सर जाड़े के सीजन में डिमांड अधिक होने से खपत बढ़ती है, जिसका असर दाम पर दिख रहा है। सर्किट हाउस में अनौपचारिक बातचीत में पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि सरकार आने वाले दिनों में एक करोड़ लोगों के लिए उज्ज्वला योजना लाने जा रही है। लक्ष्य है कि पूर्वांचल के हर घर में पीएनजी की आपूर्ति की जाये। कहा कि प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना की शुरुआत काशी से हुई थी। अब देशभर में काम चल रहा है।

2023 तक देश के 500 जिलों में घरों में पीएनजी की होगी आपूर्ति

2023 तक 500 जिलों में पीएनजी लाइन पहुंचानी है। उन्होंने कहा कि बनारस में गंगा में पर्यटन की दृष्टि से 2000 नावों को सीएनजी में परिवर्तित करने के लिए नगर निगम को जिम्मेदारी दी गयी है। पेट्रोल-डीजल के दाम घटने की समयसीमा बताने पर कुछ कहने से इनकार कर दिया। कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय बाजार का मामला है। भारत सरकार ओपेक संगठन से जुड़े तेल उत्पादक देशों पर उत्पादन बढ़ाने का दबाव बढ़ा रहा है। सर्किट हाउस में विकास कार्यों व विभिन्न परियोजनाओं की अधिकारियों के साथ समीक्षा भी की। देर शाम वह दिल्ली को रवाना हो गए।

सीएनजी से नविकों को होगा लाभ, घटेगा प्रदूषण

पेट्रोलियम मंत्री संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन के बाद खिड़किया घाट पहुंचे। घाट के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण का निरीक्षण किया। सीएनजी से नाव संचालन का परीक्षण कराया। कहा कि परीक्षण सफल रहा है। जल्द प्रधानमंत्री इसका शुभारंभ करेंगे। पीएम की कल्पना है कि गंगा में चलने वाली नावें डीजल के बजाय सीएनजी से चलें ताकि नाविकों की बचत हो सके। प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा अब तकनीकी रूप से गंगा के अंदर पहुंच गई है। गेल व मेकन इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा बनारस का स्मार्ट सिटी के तहत सुंदरीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीएनजी के उपयोग से नाविकों को आर्थिक लाभ मिलेगा। साथ ही गंगा का प्रदूषण भी कम होगा।

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