उल्टा चोर कोतवाल को डांटे! इमरान खान बोले- बातचीत के लिए उचित माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत की

भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर संघर्ष विराम की सहमति बनने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की प्रतिक्रिया आई है। भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को कहा कि आगे की बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत पर है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने खुद को शांति और बातचीत का समर्थक बताया है और कश्मीर का राग भी अलापा है। साथ ही बालाकोट हमले से दुनिया के सामने शर्मसार होने वाले इमरान खान खुद ही सेना की तारीफ कर गाल बजा रहे हैं।

बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को खत्म करने वाले एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की जवाबी एयर स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर इमरान खान ने कई सारे ट्वीट किए और कहा कि कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार को पूरा करने के लिए भारत को कदम उठाने चाहिए। इमरान खान ने शनिवार को कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर करने के उद्देश्य से उचित माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत की है।

भारतीय वायु सेना (IAF) द्वारा 2019 में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) शिविर को निशाना बनाने के बाद पाकिस्तान की जवाबी हवाई हमलों की दूसरी वर्षगांठ के एक ट्वीट में, खान ने यह भी कहा कि भारत कश्मीरी लोगों से मिलने के लिए कदम उठाएगा। आत्मनिर्णय का अधिकार। इतना ही नहीं, इमरान खान ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान बातचीत के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने के लिए आगे बढ़ने को तैयार है।

इमरान ने ट्वीट किया है, ‘पाकिस्तान पर भारत के अवैध सैन्य हवाई हमले के दो साल होने पर मैं पूरे देश और अपनी सेना को बधाई देता हूं। एक गर्वित और आत्मविश्वासी राष्ट्र के तौर पर हमने अपने हिसाब से समय और जगह पर दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी। कैद किए गए पायलट को वापस करके हमने भारतीय भारत की गैर-जिम्मेदाराना सैन्य अस्थिरता के सामने हमने दुनिया को भी पाकिस्तान का जिम्मेदार रवैया दिखाया।’

इमरान खान ने ट्वीट किया, ‘मैं नियंत्रण रेखा पर सीजफायर की बहाली को लेकर सहमति का स्वागत करता हूं। आगे की बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत पर है।’ उन्होंने आगे कहा कि लंबे वक्त से चली आ रही कश्मीर की मांग और अधिकार को देने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के मुताबिक भारत को कदम उठाने चाहिए।

बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने 24-25 फरवरी की मध्यरात्रि से नियंत्रण रेखा एवं सभी अन्य क्षेत्रों में संघर्ष विराम समझौतों, और आपसी सहमतियों का सख्ती से पालन करने पर सहमति जताई। इसके बाद इमरान खान की यह पहली प्रतिक्रिया है। भारत सरकार पहले ही कह चुकी है कि भारत, पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसे रिश्ते चाहता है और शांतिपूर्ण तरीके से सभी मुद्दों को द्विपक्षीय ढंग से सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमारे रूख में कोई बदलाव नहीं आया है। मुझे यह दोहराने की जरूरत नहीं।

इमरान खान ने पाकिस्तानी सैन्य बलों की तारीफ की है। उन्होने ट्वीट किया, ‘भारत के अवैध एयर स्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान कार्रवाई के दो साल पूरे होने पर मैं पूरे देश और अपनी सेना को बधाई देता हूं। एक गर्वित और विश्वासी राष्ट्र के तौर पर हमने अपने हिसाब से हर समय और जगह पर दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी है।’ बता दें कि इमरान खान उस कार्रवाई का जिक्र कर रहे हैं, जब 26 फरवरी को भारत ने बालाकोट में हमला किया था और उसके जवाब में पाकिस्तान ने 27 फरवरी को हमला करने की कोशिश की थी, जिसे खदेड़ने के दौरान विंग कमांडर पाकिस्तान की धरती पर जा गिरे थे।

उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि कैद किए गए भारतीय पायलट को वापस करके हमने भारत की गैर-जिम्मेदाराना सैन्य अस्थिरता के सामने हमने दुनिया को भी पाकिस्तान का जिम्मेदार रवैया दिखाया है। हम हमेशा शांति के लिए खड़े रहे हैं और बातचीत के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने के लिए आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

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