यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने को सेक्टर-10 में बसेगी फाइनेंशियल सिटी

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए फिन सिटी (फाइनेंशियल सिटी) बसाई जाएगी। यहां पर बैंकों के कॉर्पोरेट दफ्तर, वित्तीय संस्थानों के ऑफिस समेत हर तरह की आर्थिक गतिविधियों के संस्थानों के ऑफिसों को जमीन आवंटित की जाएगी। प्राधिकरण ने इसके लिए सेक्टर-10 में 1200 एकड़ जमीन चिन्हित की है।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट जेवर आने के बाद गतिविधियां बढ़ी हैं। यहां पर देश-विदेश की कंपनियों ने अपनी यूनिट लगाने के लिए जमीन आवंटित कराई हैं। यहां पर फिल्म सिटी और हेरिटेज कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसकी गतिविधियां चल रही हैं। इसको देखते हुए यहां पर फाइनेंशियल सिटी बसाने की तैयारी शुरू हो गई है।

जब वैश्विक स्तर की गतिविधियां यहां चल रही हैं तो आर्थिक जोन भी बनना चाहिए। इसको देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

यमुना प्राधिकरण ने एयरपोर्ट से सटे हुए सेक्टर-10 को फिन सिटी के लिए आरक्षित किया है। इस सेक्टर को इसी नगरी में बसाया जाएगा। इसके लिए यमुना प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। प्लॉट के साइज, ग्रीन बेल्ट, व्यावसायिक उपयोग आदि का प्रावधान किया जा रहा है।

इस तरह के संस्थान आएंगे : अफसरों को उम्मीद है कि जेवर एयरपोर्ट के बाद यहां पर आर्थिक गतिविधियों से जुड़े संस्थान यहां बसने वाली फिन सिटी में आएंगे। यहां बैंकों के कॉर्पोरेट ऑफिस, वित्तीय कारोबार करने वाले संस्थान, स्टॉक मार्केट से जुड़े एनसीडीएक्स, कमोडिटी बाजार से जुड़े दफ्तर आदि खुलेंगे। इसके चलते यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी।

विकास को और गति मिलेगी

गौतमबुद्ध नगर जनपद में तीन प्राधिकरण हैं। यहां पर इंटीग्रेटेड टाउनशिप बसाई जा रही है और लॉजिस्टिक हब विकसित किया जा रहा है। इसको देखते हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को मिलाकर फाइनेंशियल हब विकसित किया जाएगा। इसको लेकर शासन स्तर पर कवायद चल रही है। इस हब के विकसित होने से यहां पर विकास और तेज होगा।

यमुना विकास प्राधिकरण के सेक्टर-10 में फाइनेंशियल सिटी बसाई जाएगी। इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। सेक्टर भी आरक्षित किया गया है। जल्द ही इसकी योजना लाई जाएगी। इसमें आर्थिक गतिविधियों से जुड़े संस्थानों को लाया जाएगा। इससे निवेश बढ़ेगा।” -डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *