पहले धोनी जैसी पड़ी ‘लत’, छूटी तो पिता की हुई मौत, डिप्रेशन से निकल किया धमाका, माही ने भी की वाहवाही

चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2023 का पहला मैच हार गई. पिछली बार की चैंपियन गुजरात टाइटंस ने 5 विकेट से एमएस धोनी की सीएसके को मात दी. हार के बाद धोनी ने बताया कि आखिर कहां उनकी टीम चूक गई. उनका मानना है कि 15 से 20 रन कम रह गए. हालांकि उन्होंने अपने एक गेंदबाज की जमकर तारीफ की. राजवर्धन हंगरगेकर, वो खिलाड़ी हैं, जिन्होंने धोनी पर अपनी छाप छोड़ दी. हंगरगेकर ने गुजरात के खिलाफ 4 ओवर में 36 रन देकर 3 विकेट लिए. उनकी गेंदबाजी की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा कि युवा गेंदबाज के पास पेस है और वो समय के साथ और निखरते जाएंगे।

काफी कम लोग ही जानते हैं कि हंगरगेकर और उनके पिता सीएसके और धोनी के बहुत फैन हैं. हंगरगेकर के पिता का सपना था कि उनका बेटा धोनी की टीम की तरफ से खेले. उनका सपना पूरा भी हुआ, मगर इससे पहले ही 2020 में उन्होंने कोविड के कारण दुनिया छोड़ दी. पिता की मौत के बाद हंगरगेकर डिप्रेशन में चले गए थे, जिसके बाद उन्होंने जोरदार वापसी की और अपने पिता का सपना पूरा किया।

पबजी की पड़ गई थी लत

शायद ही लोग जानते हो कि हंगरगेकर को धोनी जैसी आदत पड़ गई थी. अगर ये आदत समय रहते नहीं सुधरती तो उनका करियर भी बबार्द हो सकता था. स्पोर्ट्स स्टार को कुछ समय पहले उनके ट्रेनर तेजस मातापुरकर ने 2017 का एक किस्सा बताया था. दरअसल हंगरगेकर जिम में कुछ दिनों तक सही से वजन नहीं उठा पाए थे. इसके पीछे की वजह पूछने पर गेंदबाज ने बताया था कि वो रातभर पबजी खेल रहे थे।

क्रिकेट छोड़ने की मिली सलाह

पबजी के बारे में जानकर मातापुरकर ने हंगरगेकर को क्रिकेट छोड़कर पबजी ही खेलते रहने के लिए कहा. उस डांट के बाद हंगरगेकर की लत छूटी और उन्होंने अपने खेल पर ध्यान लगाया. इससे हर कोई वाकिफ हैं कि धोनी भी पबजी के कितने बड़े शौकीन थे. कई बार धोनी फोन पर इस गेम में बिजी नजर आ चुके हैं।

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