इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज कंपनी Avalon टेक्नोलॉजीज की 865 करोड़ रुपये की इनीशियल शेयर सेल लोगों के सब्सक्रिप्शन के लिए 3 अप्रैल को खुलेगी. तीन दिन का इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 6 अप्रैल को बंद होगा और एंकर निवेशकों के लिए बोली 31 मार्च को खुलेगी. आईपीओ के रेड हीरिंग प्रोस्पेक्टस (RHP) के मुताबिक यह जानकारी है. कंपनी के 865 करोड़ रुपये के आईपीओ में इक्विटी शेयरों का फ्रैश्यू और 545 करोड़ रुपये प्रमोटर्स और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा शेयरों के ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 545 करोड़ रुपये शामिल हैं।
IPO का साइज क्यों घटाया गया?
इससे पहले कंपनी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग के जरिए 1,025 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही थी. आईपीओ का साइज इसलिए घटाया गया क्योंकि Avalon ने 160 करोड़ रुपये की कुल प्री-आईपीओ प्लेस्मेंट पूरी की है. इसमें 80 करोड़ का प्राइमेरी या फ्रैश इश्यू और 80 करोड़ का सेकेंडरी शेयर सेल शामिल है।
प्री-आईपीओ प्लेस्मेंट में, कंपनी ने UNIFI फाइनेंशियल प्राइवेट लिमिटेड से 60 करोड़ और अशोका इंडिया इक्विटी इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट पीएलसी और इंडिया Acorn फंड लिमिटेड से 40 करोड़ कमाए हैं. इसके बाद, कुल पब्लिक इश्यू अब 865 करोड़ रुपये है।
कहां होगा IPO से मिले पैसे का इस्तेमाल?
नए इश्यू से मिली राशि को बकाये के भुगतान, फंडिंग वर्किंग कैपिटल की जरूरत और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. जनवरी में, कंपनी को कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी से आईपीओ लाने की मंजूरी मिली थी. कंपनी की शुरुआत साल 1999 में हुई थी. यह इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विस सॉल्यूशन प्रोवाइडर है. इसकी अमेरिका और भारत में कुल 12 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स मौजूद हैं।
वित्त वर्ष 2022 में, कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 840 करोड़ पर मौजूद है. और कंपनी की ऑर्डर बुक 30 जून 2022 को 1,039 करोड़ रुपये है. आईपीओ के मर्चेंट बैंकर्स में जेएम फाइनेंशियल, DAM कैपिटल एडवायजर्स, IIFL सिक्योरिटीज और नोमूरा फाइनेंशियल एडवायजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।