पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम को दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माना जाता है. उनके फैंस तो बाबर को विराट से बेहतर बताते हैं लेकिन इस खिलाड़ी के साथ इंग्लैंड की लीग द हंड्रेड में खेल हो गया. बाबर आजम को किसी टीम ने अपना नहीं बनाया. The Hundred टूर्नामेंट में कुल 8 टीमें हैं लेकिन किसी ने भी पाकिस्तानी कप्तान को नहीं खरीदा. यही नहीं पीएसएल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मोहम्मद रिजवान भी नहीं बिके. अब सवाल ये है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों।
टेस्ट, वनडे, टी20, पीएसएल में रनों की बारिश करने वाले बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को आखिर क्यों द हंड्रेड लीग के लायक नहीं समझा गया? आइए आपको बताते हैं कि बाबर के साथ हुई इस ‘अनहोनी’ की चार बड़ी वजहें।
बाबर आजम का स्ट्राइक रेट
बाबर आजम भले ही हर फॉर्मेट में लगातार रन बनाते हैं लेकिन इस खिलाड़ी की सबसे बड़ी समस्या स्ट्राइक रेट है. टी20 क्रिकेट में बाबर का स्ट्राइक रेट 130 से भी कम का है. वो टी20 में लंबी पारियां तो खेलते हैं लेकिन वो तेजी से रन नहीं बना पाते. अपने टी20 करियर में 9 हजार से ज्यादा रन बना चुके बाबर का स्ट्राइक रेट सिर्फ 128.46 है जो मौजूदा दौर के क्रिकेट में कम आंका जाता है।
मिडिल ओवर्स में फंस जाते हैं बाबर
बाबर आजम की दूसरी बड़ी कमजोरी उनका मिडिल ओवर्स में कमजोर होना है. अगर बाबर आजम पावरप्ले में तेज बल्लेबाजी कर भी लें तो इसके बाद वो मिडिल ओवर्स में फंसे हुए नजर आते हैं. मिडिल ओवरों में उनका स्ट्राइक रेट काफी कम हो जाता है क्योंकि ये खिलाड़ी बड़े शॉट नहीं खेलता. साथ ही अच्छे स्पिनर्स या मीडियम पेसर उन्हें बांधने में कामयाब हो जाते हैं।
टीम के लिए नहीं खेलते बाबर!
हाल ही में बाबर आजम के खिलाफ एक माहौल और बना है. बाबर आजम के बारे में कहा जाता है कि वो अपनी बड़ी पारियों के लिए टीम के हित से खिलवाड़ कर लेते हैं. हाल ही में पाकिस्तान सुपर लीग के एक मुकाबले में कमेंटेटर साइमन डूल ने ऐसी ही बात कही थी. दरअसल बाबर अपने शतक के करीब थे और उनका स्ट्राइक रेट अचानक काफी गिर गया. बाबर शतक लगाने में तो कामयाब रहे लेकिन टीम मैच हार गई. द हंड्रेड में शायद बाबर के खिलाफ ये बात भी गई होगी।
बाबर में फिनिश करने की कला नहीं
बाबर आजम भले ही कितने भी रन बनाते हों लेकिन उनके अंदर मैच फिनिशर वाली कला नहीं है. ये बात खुद उनकी टीम के खिलाड़ी इमाम उल हक कह चुके हैं. इमाम ने कहा था कि बाबर आजम गेंदबाजों पर विराट कोहली की तरह दबाव नहीं बना पाते. इमाम ने कहा था कि बाबर के क्रीज पर सेट होने के बावजूद गेंदबाजों को उनसे खौफ नहीं होता. उनके अंदर अभी फिनिशिंग टच देने वाली बात नहीं आई है. मुमकिन है कि ये बात भी द हंड्रेड में बाबर के खिलाफ गई हो।
वैसे बाबर आजम के द हंड्रेड में नहीं बिकने की बड़ी वजह ये भी बताई जा रही है कि वो लीग के सभी मैचों के लिए उपलब्ध नहीं थे. उन्हें वर्ल्ड कप से पहले वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत आराम करना था लेकिन सवाल ये है कि अगर बाबर को आराम की जरूरत है तो फिर शाहीन और हारिस रऊफ क्या मशीन हैं।