अमेरिका में एक भारतीय नागरिक को 188 महीने (15.6 साल) जेल की सजा सुनाई गई है. यहां एक जिला अदालत ने यह फैसला सुनाया. शख्स पर आरोप है कि उसने किसी डेनियल स्कॉट क्रो नाम के शख्स के साथ नाबालिग का अश्लील वीडियो शेयर किया था. कोर्ट पहले ही डेनियल को 30 साल जेल की सजा सुना चुका है. डेनियल क्रो के साथ ही एंजेलो विक्टर फर्नांडिस नाम का भारतीय नागरिक एक क्रूज शिप पर काम करता था, और दोनों ही घिनौनी हरकतों में शामिल था।
भारत के गोवा राज्य का रहने वाला एंजेलो फर्नांडिस पर आरोप है कि उसने 2022 में डेनियल को इंस्टेंट मेसेजिंग के जरिए अश्लील वीडियो शेयर किया था और उसने इस तरह के 13 वीडियोज डेनियल को सेंड किए थे. नाबालिग के अश्लील वीडियो बनाने के लिए भी उसने क्रूज शिप पर ही काम करने वाले अपने साथी डेनियल से बातचीत की थी. अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, 12 दिसंबर को कोर्ट ने उसे 30 साल की सजा सुनाई थी. उसे अश्लील काम करने और वीडियो रिकॉर्ड करने के मामले में दोषी पाया गया था।
16 साल की नाबालिग के साथ अश्लीलता का मामला
जस्टिस डिपार्टमेंट में दायर याचिका के मुताबिक, फर्नांडिस का साथी डेनियल क्रो एक 16 साल की पीड़िता से शिप पर ही मिला था, जिसके साथ मुलाकात की उसने वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली. पीड़िता शिप पर अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने आई थी, जहां डेनियल उसके बाद भी पीड़िता के संपर्क में रहा और उसकी तस्वीरें शेयर करता था. जस्टिस डिपार्टमेंट ने बताया कि डेनियल ने पीड़िता का ट्रिप खत्म होने के बाद भी उससे होटल में मिला और संबंध बनाने का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जिसे वह अपने फोन में ही सेव करके रखा हुआ था।
गर्लफ्रेंड को पता चला तो किया हंगामा, पहुंच गई थाने
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब डेनियल की एक्स-गर्लफ्रेंड को पीड़िता के साथ उसके संबंधों की जानकारी मिली. सोशल मीडिया के जरिए डेनियल की गर्लफ्रेंड को यह बात जैसे ही पता चली, उसने पुलिस में शिकायत कर दी. इस केस को प्रोजेक्ट सेफ चाइल्डहूड के तहत सामने लाया गया, जिसका मकसद अमेरिका में नाबालिग के साथ बढ़ रहे सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन, चाइल्ड एब्यूज से निपटना है, जिसे जस्टिस डिपार्टमेंट ने 2006 में शुरू किया था।