दुनिया के सबसे खौफनाक सीरियल किलर का सिर जार में बंद करके रखा गया है. आपके जेहन में भी ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर ऐसा क्यों किया गया. कहा जाता है कि इस हैवान ने बेरहमी से नौ लोगों का कत्ल किया, हालांक कई अनुमानों के अनुसार हत्याओं का आंकड़ा ज्यादा है. साल 1841 से 1845 तक पुर्तगाल में इस सीरियल किलर का कहर था. साल 1845 में गिरफ्तार होने से पहले उसने दिल दहला देने वाली हत्याओं को अंजाम दिया. इस सीरियल किलर का नाम डियोगो एल्विस है और इसे पुर्तगाल का पहला सीरियल किलर माना जाता है।
फांसी के बाद सिर काटकर जार में रखा
प्राचीन संस्कृतियों में बहुत से लोग अनुष्ठान न्याय में विश्वास रखते थे. माना जाता है कि किसी के शरीर को उसके गलत कामों के लिए दंडित करने से उसकी मौत के बाद भी उसे उसके अपराधों की सजा मिलती रहेगी. डियोगो एल्विस के सिर को जार में रखने का उनका तर्क जो भी रहा हो, पर ये दिखाता है कि पुर्तगाल के समाज में उस हैवान के लिए कितना आक्रोश था, जिसनें बेगुनाह लोगों की जिंदगी ले ली थी. ये इस बात का प्रतीकात्मक स्मरण भी है कि पुर्तगाली समाज में हिंसा और अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, भले ही न्याय की जीत में कितना भी कितना भी समय लगे।
राजा पेड्रो चतुर्थ के सामने प्रस्तुत किया गया सर
डियोगो एल्विस को पकड़े जाने के बाद उसे मौत की सजा दी गई और उसका सिर काटकर जार में रखकर किंग पेड्रो IV के सामने पेश किया. हत्यारे का सिर किसी जार में रखकर पेश करना एक बार के लिए अतिवादी लग सकता है लेकिन इसके साथ ये एक शक्तिशाली मैसेज देता है. किंग पेड्रो के सामने जब खूंखार सीरियल किलर का सिर पेश किया गया तो वो काफी घबरा गए थे. इसके बाद उन्होंने महसूस किया कि उनके राज में अपराध पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
डियोगो एल्विस कैसे हत्या को देता था अंजाम
डियोगो एल्विस काफी प्लानिंग के साथ हत्याओं को बड़ी चालाकी से अंजाम देता था. उसकी शिकार मुख्य रूप से महिलाएं थीं. इसमें छोटे बच्चों से लेकर मिडिल एज की महिलाएं तक शामिल थीं. वो अक्सर उन लोगों को टारगेट करता था जो अकेल रहते थे और कमजोर होते थे. डियोगो अपने आकर्षण और बेहतरीन तरीके से बातचीत करने की वजह से उन्हें घरों तक पहुंचने में सफल रहता था. उनसे एक घर में रेप, डकैती और हत्या को अंजाम दिया. उसने जो हत्याएं की थी, उसमें उसने पीड़ितों को बुरी तरह कुचल कर मार डाला, जिस वजह से उनकी पहचान तक नहीं हो पा रही थी।
शवों के साथ की क्रूरता
डियोगो एल्विस ने शवों के साथ भी क्रूरता की. खूंखार सीरियल किलर ने उनके शरीर से उनके अंग निकाले और और उनका मांस भी खाया. यहां तक की जश्व मनाने कि लिए शवों की त्वचा के कुछ हिस्सों को हटा दिया. अपनी इन क्रूर हत्याओं से उसने पूर्तगाल को दहला दिया था. डियोगो साल 1945 में संयोग से पकड़ा गया था. वो पीड़ित के घर में गलती से अपने हस्ताक्षर वाला चाकू और हाथी की सूंड से बने एक आभूषण को भूल गया था. नौकरानी की नजर उस पर पड़ी तो उसने अधिकारियों को बताया, जिन्होंने उसका पीछा करते हुए उसे पकड़ लिया।