पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कालीघाट स्थित अपने आवास के पास पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. बैठक को क्षेत्रीय दलों को भाजपा के खिलाफ एकजुट करने और कांग्रेस से समान दूरी बनाकर चलने की रणनीति बनाई गई. बैठक के बाद टीएमसी सांसद ने साफ कर दिया कि कांग्रेस विपक्ष का बॉस नहीं समझे.इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी सहित पार्टी के सांसद, विधेयक और आला नेता उपस्थित थे. बैठक के बाद लोकसभा के सांसद और लोकसभा में नेता सुदीप बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी और ममता बनर्जी भाजपा और कांग्रेस विरोधी दलों को एकजुट करने की कोशिश करेगी।
बैठक में पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं को सक्रिय होने का निर्देश दिया गया है. पार्टी कार्यकर्ताओं को जनसंपर्क बढाने का निर्देश दिया गया है. 29 मार्च को पार्टी के युवा मोर्चा की सभा होगी. इस सभा को अभिषेक बनर्जी संबोधित करेंगे।
कांग्रेस और भाजपा से समान दूरी बनाकर चलेगी टीएमसी
लोकसभा में तृणमलू कांग्रेस के नेता सुदीप बनर्जी ने कहा कि बंगाल में कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस एक साथ चल रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस के क्षतिग्रस्त कर रहे हैं और कैसे तृणमूल कांग्रेस को संकट में डाला जाए. अगले दिन देश के विरोधी दल के साथ बातचीत करेंगे. 23 मार्च को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ बैठक होगी. सीएम ममता बनर्जी दिल्ली भी जाएंगी. महीने में तीन दिन खुद ही बैठक करेंगी. सुदीप बनर्जी ने कहा कि लोकसभा चुनाव और पंचायत चुनाव प्रमाणित कर देगा कि कैसे टीएमसी बीजेपी को अटका देगी. यह उदाहरण रहेगा. तीसरे मोर्चा की बात नहीं कर रही है. बीजेपी विरोधी दलों के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद को विपक्ष को बॉस नहीं समझे।
लोकसभा चुनाव के बाद होगा नेता का चुनाव-बोले टीएमसी के नेता
सुदीप बनर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि सभी क्षेत्रीय पार्टियां जिस राज्यों में मजबूत है. वहां चुनाव लड़े. उसके बाद लोकसभा चुनाव के बाद यह फैसला होगा कि कौन नेता होगा. उन्होंने कहा कि इसके पहले चुनाव के समय एनडीए में शामिल पार्टी की संख्या घटकर 15 रह गयी है. इन क्षेत्रीय दलों को एकजुट किया जाएगा. तृणमूल कांग्रेस के नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने साफ कहा कि बंगाल में टीएमसी अकेले लड़ेगी. उन्होंने कहा कि इस पार्टी की नेता का नाम ममता बनर्जी हैं और वह अकेले लड़ना जानती है. यह नहीं हो सकता है कि इस राज्य में पार्टी के साथ लड़े, लेकिन उसका विरोध करे. यह नहीं हो सकता है. चंद्रिमा भट्टाचार्य ने यह मानने से इनकार कर दिया कि मेघालय चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का परिणाम खराब रहा है. उन्होंने कहा कि पहली बार चुनाव लड़ने के बावजूद पांच सीट पर जीत हासिल की और 12 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही।