पहले सिलिकन वैली बैंक अब सिग्नेचर बैंक, अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम के लिए अच्छी खबरें नहीं आ रही है. जिसका असर दुनियाभर के बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिल सकता है. इसी वजह से फेड की ओर से जो बयान सामने आए हैं वो थोड़ी राहत पहुंचा सकते हैं. फेड की एफओएमसी ने कहा है कि पॉलिसी रेट को अब फ्लैट रखा जा सकता है।
कुछ जानकारों का कहना है कि पॉलिसी दरों में कमी भी जा सकती है. ताकि बैंकों को राहत दी जा सके. जिसकी वजह से डॉलर इंडेक्स 103.50 से नीचे आ गया है और सोने के दाम में तेजी देखने को मिल रही है. जानकारों की मानें तो अगले दो हफ्ते सोने के लिए काफी अहम है. अमेरिकी सेंट्रल बैंक की ओर से पॉलिसी रेट के बाद भारत में सोने के दाम 60 हजार के आसपास पहुंच सकते हैं।
पॉलिसी रेट फ्लैट रहेंगे या कम होंगे?
अमेरिकी सेंट्रल बैंक की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की ओर से जो बयान आया है वो अब काफी चौंकाने वाला है. सिलिकन वैली बैंक के बाद अब सिग्नेचर बैंक के डूबने का खतरा मंडराने लगा है और इस खतरे को देखते हुए एफओएमसी आने वाली पॉलिसी मीट में ब्याज दरों को फ्लैट रख सकता है. मुमकिन ये भी है कि पॉलिसी में थोड़ी कमी की जाए. यह कटौती 0.25 फीसदी तक देखने को मिल सकती है. जानकारों की मानें तो बैंकों पर ब्याज दरों का बोझ काफी बढ़ गया है. जिसे कम करने का विचार फेड ने शुरू कर दिया है. अमेरिकी बैंकों के डूबने का असर दुनिया के सभी सभी बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिलेगा. जिसकी वजह से फेड पर दबाव देखने को मिल सकता है।
डॉलर इंडेक्स में बड़ी गिरावट
एफओएमसी के बयान के बाद डॉलर इंडेक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आंकड़ों के अनुसार डॉलर इंडेक्स मौजूदा समय में 0.50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 103.5 पर कारोबार कर रहा है. जिसके 101 पर आने के आसार दिखाई दे रहे हैं. जानकारों की मानें एफओएमसी के बयान का असर कुछ और दिन रहने वाला है. तब तक फेड की पॉलिसी मीट की डेट शुरू हो जाएगी. अगर ब्याज दरें फ्लैट रहती हैं या फिर कम होती हैं, तो डॉलर इंडेक्स में साफ गिरावट देखने को मिलेगी।
बैंकिंग क्राइसिस से पहले क्या था फेड का रुख
बैंकिंग क्राइसिस से पहले फेड चीफ जेरोम पॉवेल का बयान आया था. जिसमें उन्होंने अमेरिकी आंकड़ों को देखते हुए ब्याज दरों में अनुमान से ज्यादा इजाफे की बात कही थी. जिसकी वजह से अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट के साथ डॉलर इंडेक्स में तेजी देखने को मिली थी. जानकारों ने साफ कहना शुरू कर दिया था कि 22 मार्च को फेड ब्याज दरों में 50 से 75 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर सकता है. इस बयान के बाद डॉलर इंडेक्स 105 से ज्यादा हो गया था और सोने के दाम भी काफी नीचे आ गए थे।
विदेशी बाजारों में सोने के दाम पर असर
फेड कमेटी के रुख से दुनियाभर में सोने के दाम में असर देखने को मिल रहा है. पहले बात विदेश बाजारों में देखें तो गोल्ड स्पॉट के दाम 12 डॉलर की तेजी के साथ 1,879.97 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रहा है. वहीं गोल्ड फ्यूचर 19 डॉलर की तेजी के साथ 1,885.70 डॉलर प्रति ओंस पर है. वहीं दूसरी ओर सिल्वर फ्यूचर डेढ़ फीसदी की तेजी के साथ 20.82 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रहा है. सिल्वर स्पॉट के दाम एक फीसदी की तेजी के साथ 20.76 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रहा है।
भारत में कितना महंगा हो गया है सोना और चांदी
भारतीय वायदा बाजार में सोने और चांदी के दाम में तेजी देखने को मिली है. सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर सोना 437 रुपये की तेजी के साथ 56,587 रुपये परद कारोबार कर रहा है. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान सोने के दाम कीमती मेटल 56,667 रुपये के साथ दिन के हाई पर भी पहुंचा. वहीं दूसरी ओर चांदी के दाम में 660 रुपये की बढ़ोतरी देखने को मिली है और दाम 63,550 रुपये पर आ गए हैं. कारोबारी सत्र के दौरान सोने की कीमत 63,749 रुपये पर पहुंच गई।
60 हजार के करीब पहुंच सकते हैं सोने के दाम
एक्सपर्ट के अनुसार मार्च का महीना काफी क्रूशियल रह सकता है. दो हफ्तों में सोने के दाम भारत में 60 हजार के करीब पहुंच सकते हैं. आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में सोने के दाम 58 हजार को क्रॉस कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि फेड का हॉकिश रुख ना रहने से सोने के दाम को सपोर्ट मिलेगा और जो गिरावट करीब डेढ़ महीने में देखने को मिली है वो रिकवर होने की उम्मीद है।