इंदौर में हार के बाद टीम इंडिया पर बड़ा ‘हमला’, ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने तोड़ी हदें

नागपुर और दिल्ली में जीत हासिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर में शानदार वापसी करते हुए जीत हासिल की. हालांकि इस जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर टीम इंडिया को निशाना बना रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने तो टीम इंडिया को चालबाज तक कह दिया है. टेलर ने अब तक इस्तेमाल की गयी तीनों पिचों की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की पिच तैयार करने में कुछ हद तक चालबाजी की गयी है।

भारत चार मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है और अहमदाबाद में एक टेस्ट मैच खेला जाना बाकी है. नागपुर और नयी दिल्ली की पिचों को आईसीसी ने औसत रेटिंग दी जबकि मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की ओर से इंदौर की पिच को खराब करार दिया गया. इस खराब रेटिंग से इंदौर को तीन डिमैरिट प्वाइंट्स भी मिले और ये प्वाइंट्स पांच साल तक बने रहेंगे।

इंदौर पिच पर ICC का फैसला सही

भारतीय टीम दोनों पारियों में 109 और 163 रन के स्कोर पर सिमट गयी थी जबकि ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 197 रन बनाये और फिर तीसरे दिन सुबह उसने 76 रन के लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल की. टेलर ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से इंदौर की पिच रेटिंग को सही करार देते हुए कहा, ‘मैं इससे सहमत हूं. मुझे साफतौर पर लगता है कि सीरीज के लिए पिचें पूरी तरह से खराब रही हैं. ईमानदारी से कहूं तो इंदौर की पिच तीनों में से सबसे खराब थी. मुझे नहीं लगता कि पिच पर पहले दिन से ही स्पिनरों को इतनी मदद मिलनी चाहिये।

इंदौर में पहले ही दिन बहुत टर्न थी: टेलर

मार्क टेलर ने कहा, ‘ मैच के चौथे या पांचवें दिन अगर ऐसा होता है तो चीजें समझ में आती है. लेकिन अगर पहले दिन से ही गेंद इतना ज्यादा टर्न ले तो यह खराब (पिच) तैयारी का नतीजा है. मुझे लगा कि इंदौर की पिच बहुत खराब है और उसी हिसाब से रैंकिंग दी जानी चाहिए थी।

टेलर ने गावस्कर को दिया जवाब

भारत के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर हालांकि इंदौर की पिच को खराब रेटिंग दिये जाने से खुश नहीं है. उन्होंने गाबा की पिच का उदाहरण दिया, जहां दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट दो के भीतर समाप्त होने के बावजूद आईसीसी द्वारा औसत से खराब रेटिंग दी गई थी. टेलर ने उनसे असहमति जताते हुए कहा कि ब्रिसबेन की पिच दोनों टीमों के लिए एक जैसी थी जबकि भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के पहले तीन टेस्ट के लिए पूरी से स्पिनरों की मददगार पिच तैयार की गयी थी।

ऑस्ट्रेलिया के इस कप्तान ने कहा, ‘ गाबा की पिच पर दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों को भी उतना ही मदद मिली करता क्योंकि उनके पास चार बहुत अच्छे तेज गेंदबाज थे. भारतीय पिचों के मामले में ऐसा नहीं है.यहां चालबाजी के साथ ऐसी पिचें तैयार की गयी है.’ उन्होंने कहा, ‘ इससे हमारे स्पिनरों को हुनर दिखाने का मौका मिला और उन्होंने भारत की सोच से कहीं अच्छा प्रदर्शन किया।

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