इंसानों को छोड़िए गूगल जैसी कंपनी ने मौजूदा वक्त में अपने रोबोट्स तक को नौकरी से निकाल दिया है. पूरी दुनिया में मंदी के आसार हैं और भारत समेत कई ग्लोबल कंपनियों में छंटनियों का दौर चल रहा है. फेसबुक, ट्विटर, बायजू, माइक्रोसॉफ्ट बस नाम भर लीजिए. इस बीच एक भारतीय कंपनी ने 25,000 लोगों को नौकरी देने की बात कही है।
अकाउंटिंग सेक्टर में काम करने वाली BDO India आने वाले 5 सालों में 25,000 लोगों को अपने वर्क फोर्स में जोड़ेगी. यानी करीब-करीब हर साल 5,000 लोगों को नौकरी मिलेगी।
सिर्फ 230 एम्प्लॉई से हुई शुरुआत
प्रोफेशनल सर्विस देने वाली फर्म बीडीओ इंडिया के कर्मचारियों की मौजूदा संख्या पिछले हफ्ते ही 5,000 को पार कर गई है. कंपनी के इंडिया मैनेजिंग पार्टनर मिलिंद कोठारी का कहना है कि बीडीओ ने साल 2013 में महज 230 एम्प्लॉइज और 2 ऑफिस के साथ काम करना शुरू किया था।
मिलिंद कोठारी के मुताबिक अब कंपनी 2028 के अंत तक अपने इंडिया ऑपरेशन में करीब 17,000 और ग्लोबल डेवलपमेंट सेंटर्स में 8,000 लोगों की भर्ती करेगी।
ऑडिट से आती है 40% ग्रोथ
बीडीओ ने 10 साल की अवधि में ही प्रोफेशनल सर्विस सेक्टर में अपने आपको एक मजबूत प्लेयर के तौर पर स्थापित किया है. इस सेक्टर में अन्यथा अर्नेस्ट एंड यंग (EY), डेलोइट, पीडब्ल्यूसी (PwC) और केपीएमजी जैसी 4 बड़ी कंपनियों का ही दबदबा है. बीडीओ की 40 प्रतिशत औसत सालाना ग्रोथ ऑडिट सेगमेंट से आती है. जबकि कंपनी के लिए ऑडिट सेगमेंट हर साल 40 से 45 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है वहीं कंपनी का एडवाइजरी, आईबीएस और ट्रांजेक्शन सपोर्ट सर्विस जैसा बिजनेस हर साल करीब-करीब 30 से 35 प्रतिशत की दर से ग्रोथ कर रहा है।
बड़ी-छोटी कंपनियों को देती है सर्विस
मिलिंद कोठारी का कहना है कि बीडीओ देश की पहले ही छठी सबसे बड़ी ऑडिट फर्म है. कंपनी की शुरुआत मिड-मार्केट के क्लाइंट को सर्विस देने के साथ हुई थी. अब कंपनी बड़ी कारोबारी समूह के साथ-साथ कई नगर निगमों के ऑडिट का भी काम देख रही है. उनका मानना है कि आने वाले सालों में भारत की 6 बड़ी ऑडिट कंपनियां काफी ग्रोथ करेंगी।