मुश्किलों में फंसी वोडाफोन आइडिया को उबारने के लिए सरकार एक बार फिर मदद कर सकती है. हाल ही में सरकार ने 16,000 करोड़ से ज्यादा की देनदारी के बदले कंपनी में 33 फीसदी हिस्सेदारी ली थी. 16,000 करोड़ से ज्यादा की ये देनदारी एजीआर पर बनने वाले ब्याज की थी. अब बाजार में ऐसी संभावनाएं लगाई जा रही हैं कि सरकार कंपनी के ऊपर स्पैक्ट्रम और एजीआर के ड्यूज को भी इक्विटी में कंवर्ट कर सकती है. यानी कंपनी कर्ज न चुका पाए तो सरकार को हिस्सेदारी दे।
इस बीच वोडाफोन आइडिया के उपभोक्ता लगातार कंपनी की सेवाएं छोड़ रहे हैं. दिसंबर में कंपनी के 24 लाख 70 हजार उपभोक्ता कम हुए. वहीं, जियो और एयरटेल का कस्टमर बेस बढ़ा है. ट्राई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में रिलायंस जियो ने 17 लाख और भारती एयरटेल ने कुल 15 लाख 20 हजार उपभोक्ता जोड़े हैं।