कोहली गुस्से में आगबबूला, क्यों पुख्ता सबूत नहीं होने के बावजूद दे दिया आउट

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में दिल्ली की जिस पिच पर रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा टिक नहीं पाए. उस मुश्किल परिस्थिति में विराट कोहली संभल कर बल्लेबाजी कर रहे थे. बिना कोई गलती किए वो भारतीय टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे, मगर तभी 50वें ओवर की तीसरी गेंद पर वो एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. कोहली 44 रन पर पवेलियन लौट गए. पवेलियन लौटने के बाद कोहली ड्रेसिंग रूम में गुस्से में नजर आए. राहुल द्रविड़ भी नाखुश दिखे. कोहली गुस्से में आग बबूला हो गए. उनके विकेट पर सवाल भी उठने लगे हैं।

दरअसल कुहनेमन की गेंद पर मामला काफी करीबी था. पहले कोहली का बल्ला लगा या फिर पैड, ये साफ नजर नहीं आया और अंपायर ने कोहली को आउट दे दिया. कोहली ने रिव्यू लिया. थर्ड अंपायर ने अपनी पूरी तकनीक का इस्तेमाल किया, मगर फिर भी उनके आउट होने का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला।

थर्ड अंपायर तक को नहीं मिला सबूत

कोहली के विकेट को हर एंगल से देखा गया, मगर थर्ड अंपायर तक इसका पता तक नहीं लगा पाए कि बल्ला पहले लगा था या फिर पैड. आखिरकार अंपायर कॉल माना गया और इसी के साथ कोहली को पवेलियन लौटना पड़ा, क्योंकि ऑन फील्ड अंपायर ने कोहली को आउट दिया था और अंपायर कॉल होने पर फील्ड अंपायर के फैसले को ही आखिरी फैसला माना गया।

कोहली को नुकसान

कोहली के विकेट पर जमकर बवाल मच गया है. क्या गलती फील्ड अंपायर की है या फिर थर्ड अंपायर की, इस पर बहस शुरू हो गई है. दरअसल सब कुछ इतना तेजी से हुआ कि तकनीक से पकड़ नहीं पाया और सॉफ्ट सिग्नल का नुकसान बल्लेबाज यानी कोहली को उठाना पड़ा. आईसीसी के सॉफ्ट सिग्नल पर पहले भी कई बार सवाल खड़े हो गए हैं. बेन स्टोक्स भी इस नियम को हटाने की सलाह दे चुके हैं. इस नियम के तहत थर्ड अंपायर फील्ड अंपायर के फैसले पर जाता है।

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