भारतीय बैडमिंटन टीम ने शुक्रवार को ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पहली बार एशियन मिक्स्ड टीम इवेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई. क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने हॉन्गकॉन्ग को मात दी और इसके साथ ही उनका ब्रॉन्ज मेडल भी पक्का हो गया. भारतीय टीम एक समय पर 0-2 से पिछड़ रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने दमदार वापसी की. ध्रुव कपिला-चिराग शेट्टी की डबल्स जोड़ी और पीवी सिंधु ने अपने-अपने मैच जीतकर मैच को बराबरी पर ले आए और आखिर में मैच अपने नाम कर लिया।
सबसे पहला मुकाबला दोनों देशों की मिक्स्ड डबल्स टीम के बीच हुआ. इशान भटनागर और तनिषा क्रास्टो की जोड़ी ने पूरा जोर लगाया लेकिन वो हॉन्गकॉन्ग की ली चुन हे और तस्ज याओ एनजी की जोड़ी से 24-26, 17-21 से हार गई।
र्ल्ड नंबर 11 और कॉमनवेल्थ चैपियन लक्ष्य सेन से जीत की उम्मीद थी लेकिन वो भी जीत हासिल नहीं कर सके. वो तीन गेम तक चले रोमांचक मैच में 22-20, 19-21, 18-21 से हार गए. इसके बाद भारत मुश्किल में फंस गया था क्योंकि उसे बचे हुए तीनों मैच जीतने थे।
ध्रुव कपिला और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने भारत को पहली जीत दिलाई. उन्होंने विरोधी जोड़ी को 20-22, 21-16,21-11 से मात दी. भारत की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु ने भी निराश नहीं किया. उन्होंने सलोनी सामिरबाई को 16-21,21-7,21-9 से मात दी।
सिंधु की जीत के बाद स्कोर 2-2 से बराबर हो गया. आखिर में सबकुछ महिला डबल्स के मुकाबले पर निर्भर था. ट्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने विरोधी जोड़ी को 21-13,21-12 से मात दी. उनकी इस जीत ने न सिर्फ भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाया बल्कि ब्रॉन्ज मेडल भी पक्का किया।