राजस्थान के अलवर में चोरों की एक हरकत ने 20 बच्चों की जिंदगी को दांव पर लगा दिया. ये चोर रविवार रात को अस्पताल में चोरी करने के लिए घुसे थे. वहां उन्होंने ऑक्सीजन सप्लाई की पाइप लाइन चुराने का का प्रयास किया. इसके लिए चोरों ने ऑक्सीजन पाइप लाइन को काट डाला. उस दौरान एफबीएनसी वार्ड में करीब 20 नवजात बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट थे. इससे वहां हड़कंप मच गया. आनन-फानन में हॉस्पिटल के स्टाफ ने मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों की मदद से सिलेंडर से बच्चों के ऑक्सीजन लगाई. इसके बाद हॉस्पिटल के स्टाफ ने राहत की सांस ली. गनीमत रही इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
पुलिस के अनुसार घटना शहर के गीतानंद शिशु अस्पताल में रविवार देर रात को हुई. हॉस्पिटल परिसर में लगी ऑक्सीजन सप्लाई की पाइप लाइन चुराने के प्रयास में चोरों ने उसे काट दिया. उस समय अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 20 बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. अचानक ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से बच्चों को परेशानी होने लगी. इस दौरान वहां मौजूद गार्ड ने अस्पताल के पीछे की तरफ से चोरों को भागता हुआ देखा. गार्ड ने शोर मचाया तो स्थानीय लोगों और मरीज के परिजनों की मदद से दो चोरों को पकड़ लिया गया. बाद में उनको पुलिस के हवाले कर दिया गया. स्टाफ ने लोगों की मदद से अस्पताल परिसर में रखे 10 ऑक्सीजन सिलेंडर को शिफ्ट करके एफबीएनसी वार्ड में पहुंचाया और वहां नवजात बच्चों को ऑक्सीजन लगाई गई।
समय रहते ही सभी चीजें नियंत्रण में आ गई
इस मामले की जानकारी तुरंत अस्पताल प्रशासन को दी गई. अधिकारियों ने इंजीनियरों को मौके पर बुलाया और रात को ही पाइपलाइन को ठीक करवाया. उसके बाद फिर से आईसीयू में ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू करने का प्रयास किया. कुछ देर बाद घटनाक्रम का पता चलने पर मरीजों के साथ उनके परिजनों की भी धड़कनें बढ़ गई. लेकिन समय रहते ही सभी चीजें नियंत्रण में आ गई और हालात सामान्य हो गए।
एक दिन पहले भी हुई थी चोरी की वारदात
स्टाफ ने बताया कि एक दिन पूर्व भी हॉस्पिटल में बदमाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. इतना ही नहीं अस्पताल के पीछे चल रहे निर्माणधीन भवन के कई सामानों पर चोर हाथ साफ कर चुके हैं. लेकिन इस बार अस्पताल के गार्डों ने तत्परता दिखाते हुए दो चोरों को रंगे हाथ पकड़ कर पुलिस के हवाले किया. हालांकि इस दौरान उनके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।