लोकसभा चुनाव 2014 को लेकर सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है. जिसने भी यूपी को साध लिया दिल्ली भी उसकी हो जाएगी. यूपी को लेकर सत्ताधारी बीजेपी से लेकर प्रमुख विपक्षी दलों ने बिसात बिछानी शुरू कर दी है. इस बीच एक हालिया सर्वे के नतीजों में अखिलेश यादव, मायावती और प्रियंका गांधी को बड़ा झटका लगा है।
इंडिया टुडे और सी वोटर ने देश का मूड जानने का दावा करने वाला सर्वे किया था. इस सर्वे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पक्ष में जिस तरह से लोगों का समर्थन नजर आया, वह विपक्ष के लिए चिंता की बात कही जा सकती है. सर्वे में देश के बेस्ट परफॉर्मर सीएम को लेकर सवाल पूछा गया तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पहले नंबर पर जनता की पसंद बने. 39.1% लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को बेस्ट सीएम चुना।
विपक्ष के लिए खतरे की घंटी
सीएम योगी की लोकप्रियता में लगातार वृद्धि यूपी में लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे विपक्ष के लिए खतरे की घंटी है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में बीजेपी को बंपर सीटें मिली थीं. यही नहीं, 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव बीजेपी ने सीएम योगी का चेहरा आगे करके ही लड़ा था और बीजेपी की बहुमत के साथ वापसी हुई थी. राज्य की राजनीति में 1985 के बाद यह पहली बार था, जब कोई सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा करके दोबारा सत्ता में आई थी।
यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 62 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि दो सीटों पर उसकी सहयोगी अपना दल के प्रत्याशी जीते थे. इस बार बीजेपी ने 80 की 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
अखिलेश के लिए टेंशन बढ़ाने वाला सर्वे
यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी इस समय प्रमुख विपक्षी दल माना जा रहा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पूरी ब्रिगेड बीजेपी को रोकने की रणनीति बना रही है, लेकिन सर्वे के नतीजे टेंशन बढ़ाने वाले हैं. सर्वे बताता है कि योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता जनता के बीच बनी हुई है. आजमगढ़ और रामपुर जैसे गढ़ में लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हार से पहले ही सपा को झटका लगा है।
मायावती की कठिन परीक्षा
बहुजन समाज पार्टी पिछले लोकसभा चुनाव में 10 सीटें पाकर दूसरे नंबर पर रही थी, लेकिन तब सपा और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इस बार अभी तक दोनों के साथ आने के कोई संकेत नहीं है. ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए भी लोकसभा चुनाव कठिन परीक्षा लेने वाला है. पार्टी को मजबूत और एकजुट बनाए रखने के लिए 2024 में पार्टी को अच्छा प्रदर्शन करना होगा, लेकिन इसके लिए उसे सीएम योगी की लोकप्रियता की काट ढूंढनी होगी।
प्रियंका के लिए चुनौती
2019 में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा था. यूपी में तो कांग्रेस को केवल एक सीट मिली थी. ताजा सर्वे में कांग्रेस की सीटें बढ़ने का तो अनुमान है लेकिन यह इतना ज्यादा नहीं है कि बीजेपी को केंद्र से हटा सके. इस स्थिति में कांग्रेस के लिए यूपी को साधना बहुत जरूरी हो जाता है. यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने में जुटी प्रियंका गांधी के लिए पार्टी की सीटें बढ़ाना सबसे बड़ी चुनौती होगा।
आज चुनाव तो किसकी सरकार?
सर्वे में इस बात को लेकर भी सवाल पूछा गया कि अगर आज चुनाव होते हैं तो किसकी सरकार बनेगी. सर्वे में एक बार फिर से केंद्र में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 298 सीट मिलती बताई गई है. कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार हुआ है और पार्टी के नेतृत्व वाले यूपीए को 153 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी भी सबसे पसंदीदा राजनेता बने हुए हैं. सर्वे में भाग लेने वाले 72 फीसदी लोगों ने उनके काम पर मुहर लगाई है।