केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला को टेंशन में डाल दिया है. दरअसल, ये चिंता अमित शाह के 2024 में होने वाले चुनावों में राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर ‘कमल खिलेगा’ वाले बयान से शुरू हुई. राज्य में फिलहाल बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन सरकार है. चौटाला ने पिछले महीने ही घोषणा की थी कि दोनों पार्टी 2024 के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी साथ मिलकर लड़ेगें, लेकिन शाह के इस बयान से अब चौटाला चक्कर में पड़ गए हैं।
राजनीतिक गलियारों में फैली खबरों की मानें तो अमित शाह का यह बयान बीजेपी कैडर के लिए अपने दम पर चुनाव लड़ने का एक संकेत हो सकता है. सोनीपत के गोहाना में एक राज्य इकाई की रैली को संबोधित करते हुए शाह ने लोगों से 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता में बनाए रखने की अपील की. रैली बीजेपी की लोकसभा प्रवासी योजना के तहत आयोजित की गई थी, जिसमें वरिष्ठ नेता उन 160 निर्वाचन क्षेत्रों में जनसभाएं करते हैं. जहां पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करने में विफल रही थी।
2024 में होंगे विधानसभा-लोकसभा चुनाव
हरियाणा में बीजेपी का फोकस सिरसा, रोहतक और सोनीपत पर ज्यादा है. गोहाना सोनीपत संसदीय क्षेत्र का एक हिस्सा है. यहां साल 2024 में ही लोकसभा और राज्यसभा के चुनाव होने हैं. विधानसभा का चुनाव इसलिए 2024 में होगा क्योंकि यहां कार्यकाल अक्टूबर में समाप्त हो रहा है. दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ में कहा था कि 2019 के चुनाव के बाद जब बीजेपी और जेजेपी ने गठबंधन किया तो यह तय हो गया था कि 2024 के चुनाव भी साथ लड़ेंगे।
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए चौटाला ने कहा था कि हमारी पार्टी ने 2019 में बीजेपी के साथ गठबंधन किया. गठबंधन अभी भी जारी है. वह बस इतना कह सकते हैं कि दोनों पार्टियां गठबंधन में हैं और आगामी चुनाव मिलकर लड़ेंगी. हालांकि, उन्होंने ‘कमल खिलने’ वाले बयान पर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए हर पार्टी अपनी तैयारी करती है. हम भी राज्य भर में जनसभाएं करते हैं।