लता मंगेशकर के करोड़ों चाहने वाले थे लेकिन कई मौके ऐसे भी आए जब उनका खूब विरोध किया गया। साल 2013 में जब लता मंगेशकर ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपोर्ट किया था तो कांग्रेस ने उनका जमकर विरोध किया था। पुणे में जब दीपानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया गया तो मोदी वहां मौजूद थे। वहां पर लता मंगेशकर ने कहा, ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि हम नरेंद्र भाई को प्रधानमंत्री के तौर पर देख पाएं।’
कांग्रेस ने की थी भारत रत्न वापस लेने की मांग
इसके बाद कांग्रेस के क्षेत्रीय कार्यालय ने लता मंगेशकर का विरोध किया और उनका भारत रत्न पुरस्कार वापस लेने की मांग की। मुंबई के कांग्रेस चीफ Janardan Chandurkar ने कहा, ‘उनका भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है।’ इस पर भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने जवाब में कहा, ‘अगर जनार्दन की मांग सही है तो फिर कांग्रेस सचिन तेंदुलकर के जरिए पार्टी कैंपेन क्यों करवा रही है। इससे कांग्रेस का दोगलापन पता चलता है।’
पीएम मोदी ने जताया लता दीदी के निधन पर शोक
पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘मैं अपनी तकलीफ शब्दों में बयां नहीं कर सकता। दयालु लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई हैं, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति की एक दिग्गज के तौर पर याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की क्षमता थी।’
वह भारत के विकास को लेकर सोचा करती थीं
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा है। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को बहुत करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास को लेकर इमोशनल थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं। मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला है। उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी।’