Multibagger स्टॉक बाजार में कमाई का अच्छा मौका देते हैं, लेकिन इन स्टॉक्स में पैसा लगाने से पहले बुनियदी बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है नहीं तो आपको नुक्सान झेलना पड़ सकता है। शेयर खरीदने से पहले कंपनी की अर्निंग ग्रोथ, मैनेजमेंट क्वालिटी और बैलेंसशीट पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इन सबसे पहले ज़रूरी बात है, अगर Multibagger, Penny स्टॉक या किसी नयी कंपनी का स्टॉक ले रहे हैं तो उस कंपनी के बारे में भी जानना ज़रूरी है।
चलिए आपको बताते हैं ऐसे स्टॉक लेने से पहले कंपनी के बारे में क्या क्या जानकारी हासिल करने से आपको अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ सकती है। इसके लिए हमने एक्सपर्ट के साथ Zerodha पर उपलब्ध जानकारी का सहारा लिया है।
कंपनी काम क्या करती है?
बिजनेस की हालत को समझने के लिए।
कंपनी के प्रमोटर्स कौन हैं और उनका बैकग्राउंड क्या है?
ये पता करने के लिए कि कोई आपराधिक रिकार्ड तो नहीं है, कोई राजनीतिक संबंध तो नहीं है।
कंपनी क्या मैन्यूफैक्चर (उत्पाद) करती है? (अगर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है तो)
कंपनी के उत्पाद को जानने से ये पता चलता है कि बाजार में माँग कितनी है और सप्लाई कितनी।
कंपनी के कितने कारखाने हैं और कहां-कहां हैं?
इससे पता चलता है कि कंपनी किन जगहों पर मौजूद है। साथ ही, अगर कंपनी के कारखाने बहुत महंगे इलाकों में हैं तो इनकी कीमत भले ही बैलेंश शीट पर ना दिख रही हो लेकिन ये कंपनी को काफी मूल्यवान बनाने वाली जानकारी है।
क्या सारे कारखाने पूरी उत्पादन क्षमता के साथ काम कर रहे हैं?
कामकाज की क्षमता का पता लगता है, ये भी पता चलता है कि माँग बढ़ने पर कंपनी उसे पूरा कर पाएगी या नहीं। उत्पादन के लिए लिए किस तरह के कच्चे माल की ज़रूरत होती है। कंपनी के कच्चे माल को सरकार नियंत्रित तो नहीं करती, कंपनी का कच्चा माल आयात तो नहीं करना होता? इससे कंपनी के करोबार पर असर पड़ सकता है।
कंपनी का माल कौन खरीदता है, या कंपनी के क्लायंट कौन हैं?
इससे कंपनी के बिजनेस साइकिल का पता चलता है,ये भी पता चलता है कि माल बेचने में कितना मुश्किल है।
कंपनी के प्रतिद्वंदी कौन हैं?
अगर कई प्रतिद्वंदी हैं तो कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ सकता है, अगर कम हैं तो कंपनी का मार्जिन लंबे समय तक बना रह सकता है।
कंपनी के महत्वपूर्ण शेयरहोल्डर कौन-कौन हैं?
अगर कुछ बड़े और सफल निवेशकों ने कंपनी में निवेश कर रखा है तो ये अच्छा संकेत है।
क्या कपंनी नया प्रोडक्ट लांच करने वाली है?
इससे कंपनी के इरादे और नया करने की इच्छा का पता चलता है,अगर कंपनी अपनी कुशलता वाले क्षेत्र से हट कर नया उत्पाद ला रही है तो कंपनी के फोकस पर सवाल उठ सकता है।
क्या कंपनी की विदेशों में विस्तार करने की योजना है?
इससे कंपनी के इरादे और नया करने की इच्छा का पता चलता है, अगर कंपनी अपनी कुशलता वाले क्षेत्र से हट कर नया उत्पाद ला रही है तो कंपनी के फोकस पर सवाल उठ सकता है।
कंपनी का रेवेन्यू मिक्स (revenue mix)क्या है?कौन सा प्रोडक्ट सबसे ज्यादा बिकता है?
पता चलता है कि किस उत्पाद से कंपनी सबषे ज्यादा कमा रही है। इससे कंपनी के भविष्य का अंदाजा लगता है।
क्या कंपनी काफी ज्यादा नियंत्रण वाले कारोबार में है?
ये अच्छा भी हो सकता है और बुरा भी। नियंत्रण अधिक होने का मतलब है कि नया प्रतिद्वंदी आसानी से नहीं आ सकता। लेकिन ज्यादा नियंत्रण कंपनी के आगे कुछ नया करने की क्षमता को कम करता है।
उनके बैंकर्स और ऑडिटर्स कौन हैं?
इससे ये पता चलता है कि कंपनी में किसी गड़बड़ी की संभावना कितनी है।
कंपनी में कितने कर्मचारी है? कंपनी में श्रमिकों और कर्मचारियों से जुड़ी समस्या तो नहीं है?
पता चलता है कि कंपनी कर्मचारियों और उनकी कुशलता पर कितनी निर्भर है, अगर किसी खास कुशलता के कर्मचारियों की जरूरत है तो ये कंपनी के लिए एक खतरा बन सकता है।
इंडस्ट्री में नए खिलाड़ी के आने में क्या क्या बाधाएं या रुकावटें हैं?
पता चलेगा कि कंपनी के सामने नए प्रतिद्वन्दी का आना कितना आसान या मुश्किल है।
क्या कंपनी का प्रोडक्ट बहुत आसनी से दूसरे देशों में बनाया जा सकता है, जहाँ श्रम सस्ता हो?
अगर हाँ, तो कंपनी कभी भी मुश्किल में पड़ सकती है।
क्या कंपनी की बहुत सारी सब्सिडियरी यानी सहायक कंपनी है?
यदि हाँ, तो ये सवाल जरूरी है कि इसकी जरूरत है या नहीं? कहीं कंपनी ने पैसे का घालमेल करने के लिए तो ऐसा नहीं किया है।
अगर आप इन बातों को ज़ेहन में रखतें हैं तो आपके अच्छे रिटर्न की संभावना बढ़ सकती है। यह बातें स्टॉक को सलेक्ट करने का आधार हैं इसके बाद आपको कंपनी की वित्तीय हालत और मार्केट रेश्यो को भी देखना पड़ता है जो बताते हैं कंपनी की आर्थिक हालत कैसी है।