एक नए शोध में दावा किया गया है कि कुछ संक्रमण बढ़ती उम्र में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करते हैं और कई रोगों से बचाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना हेल्थ साइंस ने यह अध्ययन किया है। यह अध्ययन नेचर कम्यूनिकेशन जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
प्रतिरक्षा प्रणाली टी कोशिकाएं, सफेद रक्त कोशिकाओं का उपयोग कर हमें वायरस, बैक्टीरिया और परजीवी जैसे रोगजनकों से लड़ने में सक्षम बनाती हैं। एरिजोना कॉलेज ऑफ मेडिसिन के प्रमुख जेनको निकोलिच ने बताया कि नेव टी कोशिकाएं जो पहले कभी संक्रमण होने पर जवाब नहीं देती थी लेकिन उम्र बढ़ने पर यह निगेटिव प्रतिक्रिया देती हैं। कोशिकाओं की मुख्य आबादी जो हम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में खो देते हैं वे नेव टी कोशिकाएं ही होती हैं।
निकोलिच ने बताया कि अध्ययन में पता चला है कि समय के साथ नेव टी कोशिकाओं के रखरखाव और उनके कार्य दोनों में एक संक्रमण की उपस्थिति से सुधार हुआ था। इसका मतलब यह हुआ कि यदि आप अपने बच्चों को रोजमर्रा के कीटाणुओं के संपर्क में आने देते हैं, तो यह उनके लिए बेहतर साबित हो सकता है।
मेमोरी टी कोशिका बनती है
निकोलिच ने बताया कि अभी तक यह माना जाता था कि संक्रमण मुख्य रूप से मेमोरी टी कोशिकाओं के निर्माण को प्रभावित करता है। शोध में बताया गया है कि एक रोगजनक के संपर्क में आने पर कुछ नेव कोशिकाओं ने सीखा और याद रखा जिससे मेमोरी टी कोशिका बनी। यह मेमोरी टी सेल फिर से वही रोगजनक का सामना करने पर पुन: संक्रमण को रोकती है।
कोरोना से भी सुरक्षा मिलेगी
निकोलिच ने बताया कि इस अध्ययन से पता चला है कि एक संक्रमण ने न केवल नेव टी कोशिकाओं की संख्या को बेहतर बनाए रखने में मदद की बल्कि इसने उन्हें और सतर्क कर दिया। इसका मतलब यह हुआ कि जब प्रतिरक्षा प्रणाली को एक नए संक्रमण जैसे की कोरोना का सामना करना पड़ेगा तो नेव टी कोशिकाएं तेजी से प्रतिक्रिया करने और बेहतर सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम होंगी।
ट्यूमर कैंसर के उपचार में उपयोगी
एरिजोना स्वास्थ्य विज्ञान अनुसंधान दल ऐसे उपचार विकसित करना चाहता है। जो ट्यूमर कैंसर जैसे रोगों को लक्षित करने के लिए नेव टी कोशिकाओं का उपयोग कर इससे लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती दे।