ज्योतिष शास्त्र में कुल 9 ग्रहों का अध्ययन किया जाता है। ग्रह के राशि परिवर्तन का ज्योतिष में काफी महत्व होता है। एक राशि से दूसरी राशि में किसी ग्रह का प्रवेश करना सभी 12 राशियों पर प्रभाव डालता है। 21 नवंबर को देवगुरु बृहस्पति शनि की राशि मकर में करीब 12 साल बाद गोचर करेंगे।
गुरु इस राशि में करीब 13 महीने तक रहेंगे। गुरु का कुंभ राशि में गोचर इसके पहले 2009 में हुआ था। गुरु का गोचर कुछ राशि वालों के लिए शुभ साबित होगा। इस दौरान इन राशि वालों के बिगड़े काम बनेंगे और करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे।
मेष- गुरु का गोचर मेष राशि के नौवें भाव में होगा। इस दौरान आपके ज्ञान और धन में वृद्धि के योग बनेंगे। गिबड़े कामों में सफलता हासिल होगी। मेहनत का पूरा फल मिलेगा।
मिथुन- गुरु मिथुन राशि के नौवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपको अचानक धन लाभ होने की संभावना है। गुरु गोचर काल में तरक्की के रास्ते खुल जाएंगे।
सिंह- सिंह राशि वालों के लिए गुरु गोचर किसी वरदान से कम नहीं है। इस दौरान आपको करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। गंभीर मुद्दों को सुलझाना आपके लिए आसान होगा।
कुंभ– कुंभ राशि वालों के लिए गुरु गोचर शुभ परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आपके रुके हुए काम बनेंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस दौरान नए प्रोजेक्ट मिलने के आसार बनेंगे।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।