भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे और टेस्ट कप्तान विराट कोहली एक दूसरी तरह की विवाद को लेकर सुर्खियों में हैं। कोहली की रेस्तरां चेन ‘वन8 कम्यून’ पर आरोप है कि वह अपने रेस्तरां में समलैंगिकों को एंट्री नहीं दे रहा है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। पुणे, दिल्ली और कोलकाता में कोहली के ‘वन8 कम्यून’ रेस्तरां चलते हैं और कहा जा रहा है कि कोहली के रेस्तरां में समलैंगिकों को एंट्री नहीं दी जा रही है। पोस्ट में आगे कहा गया है कि समलैंगिक पुरुषों को इन रेस्तरां में एंट्री नहीं मिल रही है जबकि ट्रांसविमेन यानि के समलैंगिक महिलाओं को ड्रेस को देखकर एंट्री दी जा रही है। हालांकि इस मामले में बवाल को काफी बढ़ता हुआ देखकर कंपनी ने खुद पर सफाई दी है।
समलैंगिक समुदाय के अधिकारों की रक्षा करने वाले एक समूह ‘यस वी एग्जिस्ट’ ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा, ‘विराट कोहली आप शायद इसके बारे में नहीं जानते हैं, लेकिन पुणे में आपका रेस्तरां ‘वन8 कम्यून’ LGBTQIA+ मेहमानों के साथ भेदभाव करता है। अन्य ब्रांच की भी इसी तरह की नीति है। यह अप्रत्याशित और अस्वीकार्य है। आशा है कि आप जल्द ही इसमें बदलाव करेंगे। जोमाटो या तो रेस्तरां को संवेदनशील बनाने के लिए बेहतर काम करें या भेदभाव करने वाले व्यवसायों को बंद करें।’
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, रेस्तरां की पुणे शाखा ने समलैंगिक जोड़ों या पुरुषों के समलैंगिक समूह को अपने रेस्तरां में प्रवेश नहीं दिया था। रेस्तरां ने, हालांकि सभी आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि इसमें ‘स्टैग एंट्री’ पर प्रतिबंध है, जिसका मतलब है कि ‘व्यक्तिगत लड़कों की अनुमति नहीं है’।
सोशल मीडिया पर बवाल को बढ़ता देख कंपनी खुद इसर पर सफाई दी है। ‘वन8 कम्यून’ ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘हम बिना किसी भेदभाव के सबका स्वागत और सम्मान करते हैं। जैसा कि हमारा नाम है हम सभी समुदाय की सेवा में हमेशा आगे हैं। इंडस्ट्री के चलन और सरकारी नियमों के अनुरुप, हमारे यहां पर स्टैग एंट्री पर रोक है। इसका मतलब ये नहीं है कि हम किसी भी समुदाय के खिलाफ हैं। लेकिन फिर भी अगर अनजाने में कोई घटना हुई है या फिर कोई मिस-कम्युनिकेशन हुआ है तब हम चाहते हैं कि वह व्यक्ति हमसे मिलें, ताकि हम इस विवाद को सही तरीके से हल कर सकें। ग्राहक हमारी प्राथमिकता हैं और उनके साथ मजबूत और लंबे संबंध बनाना हमारी प्रणाली का हिस्सा है।’